Last Updated:June 30, 2025, 05:35 IST
Monsoon Rain Live: देश में मानसून ने समय से पहले दस्तक दी है, जिससे दिल्ली, बिहार, उत्तराखंड और हिमाचल में भारी बारिश और तबाही मची है. मौसम विभाग ने कई राज्यों में अलर्ट जारी किया है.

पूरा देश मानसून बारिश की चपेट में है.
देश में इस साल मानसून ने तय समय से पहले दस्तक दी है. इसने अपने रौद्र रूप से मैदानों से लेकर पहाड़ों तक हाहाकार मचा रखा है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 29 जून तक पूरे देश को कवर कर लिया, जो सामान्य तारीख 8 जुलाई से 9 दिन पहले है. इस कारण दिल्ली, बिहार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में भारी बारिश हो रही है. इसने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. कई क्षेत्रों में बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने जैसी स्थिति है. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए कई राज्यों में भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है.
दिल्ली-एनसीआर में मानसून की झमाझम शुरुआत
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मानसून ने 24 जून को ही अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी थी, जो सामान्य से एक सप्ताह पहले है. 29 जून से दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश ने लोगों को उमस और गर्मी से राहत दी. दक्षिण दिल्ली के सफदरजंग, लोधी रोड, और हौज खास जैसे इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, जबकि पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार और मयूर विहार में बूंदाबांदी हुई. मौसम विभाग ने दिल्ली के लिए 1-2 जुलाई यानी सोमवार और मंगलवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. अगले कुछ दिनों तक लगातार बारिश का अनुमान है.
बिहार में कई जिलों में रेड अलर्ट
बिहार में मानसून 17 जून को ही सक्रिय हो गया था और अब तक पटना, गया, बांका और औरंगाबाद जैसे जिलों में भारी बारिश ने तबाही मचाई है. गया के इमामगंज में सर्वाधिक 150 मिमी वर्षा दर्ज की गई. IMD ने 10 जिलों के लिए भारी बारिश और वज्रपात का रेड अलर्ट जारी किया है. कोसी और गंडक नदियों के जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है.
उत्तराखंड और हिमाचल में भूस्खलन और बादल फटने का खतरा
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मानसून ने विकराल रूप धारण कर लिया है. उत्तराखंड के उत्तरकाशी, देहरादून और चमोली में सोमवार और मंगलवार के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना में दो मजदूरों की मौत और कई के लापता होने की खबर है. भूस्खलन के कारण कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जिससे चारधाम यात्रा को अगले 48 घंटों के लिए स्थगित कर दिया गया है. हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, कांगड़ा, और मंडी में भारी बारिश ने नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ा दिया है. शिमला-मनाली मार्ग पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं और पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है.