Pagasa Island: जिस द्वीप पर रहते हैं मात्र 300 लोग, उसे हथियाने के लिए पागल क्यों है चीन, दो-देशों में टकराव

2 weeks ago

Pagasa Island Dispute: फिलीपींस के नियंत्रण वाला पगासा द्वीप इन दिनों चर्चा में है. पगासा  जिसका मतलब है 'उम्मीद'.  मात्र 37 हेक्टेयर में फैला यह द्वीप इतना छोटा है कि वहां रहना भी मुश्किल लगता है. करीब 300 लोग छोटे-छोटे लकड़ी के घरों में रहते हैं. वे नीले-हरे पानी में मछली पकड़ते हैं और रेतीली जमीन पर सब्जियां उगाते हैं. लेकिन इन दिनों इस द्वीप पर चीन की बुरी नजर पड़ी हुई है. जानें पूरी खबर.

बीबीसी में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, पगासा द्वीप के पश्चिम में चीनी जहाजों की एक पूरी फौज खड़ी है. नौसेना, तटरक्षक बल और तथाकथित समुद्री मिलिशिया के जहाज, जो इस सागर पर चीन का दबदबा बनाए रखने के लिए तैनात हैं. पिछले 10 सालों में चीन ने दक्षिण चीन सागर में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है. उसने डूबी हुई मूंगा चट्टानों पर कब्जा कर तीन बड़े हवाई अड्डे बनाए हैं और सैकड़ों जहाज तैनात किए हैं. जिससे इस रणनीतिक समुद्री मार्ग पर अपना दावा मजबूत किया जा सके. लेकिन वियतनाम और फिलीपींस इसका जमकर विरोध कर रहे हैं.
पगासा में आम लोग रहते हैं. फिलीपींस का कहना है कि यह स्थायी आबादी और ठोस जमीन अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत उनकी है. इसको लेकर फिलीपींस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सहायक महानिदेशक जोनाथन मलाया ने कहा, "पगासा हमारे लिए बहुत अहम है. यहां हवाई पट्टी है, लोग रहते हैं, और यह समुद्र से 12 नॉटिकल मील का अपना क्षेत्र बनाता है."

1971 में फिलीपींस ने ताइवान से इस द्वीप को लिया था और 1978 में इसे औपचारिक रूप से अपने देश में शामिल किया. बाद में सरकार ने लोगों को वहां बसने के लिए प्रोत्साहित किया. सरकार हर महीने राशन, पानी और जरूरी सामान देती है. चार साल पहले बिजली और मोबाइल कनेक्टिविटी मिली, लेकिन मछली पकड़ना मुश्किल हो गया है.

मछुआरे लैरी ह्यूगो जो 16 साल से द्वीप पर रहते हैं, उनका कहना है कि चीनी जहाज उन्हें डराते हैं. उनके जहाज बहुत बड़े हैं. वे हमें धमकाते हैं, करीब आकर हॉर्न बजाते हैं, हमें भगाते हैं.  इसको लेकर आए दिन चीनी दूतावास को विरोध दर्ज कराया जाता है.

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