नई दिल्ली: अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF) ने हाल ही में भारत में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमले और भेदभाव को लेकर सालाना रिपोर्ट जारी की थी. रिपोर्ट में आयोग ने भारत की खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) पर हत्या की साजिशों में कथित भूमिका को लेकर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की थी. अब इस पर भारत सरकार ने जवाब दिया है. भारत ने बुधवार को USCIRF की रिपोर्ट को खारिज करते हुए इसे 'पक्षपाती और राजनीति से प्रेरित' बताया. विदेश मंत्रालय (MEA) ने रिपोर्ट को रिजेक्ट करते हुए कहा कि आयोग को 'चिंता का विषय' घोषित किया जाना चाहिए.
MEA Official Spokesperson, Randhir Jaiswal says, "We have seen the recently released 2025 Annual Report of the U.S. Commission on Religious Freedom (USCIRF), which once again continues its pattern of issuing biased and politically motivated assessments. The USCIRF's… pic.twitter.com/8YwKk9yEtp
— ANI (@ANI) March 26, 2025
विदेश मंत्रालय (MEA) ने कड़े शब्दों में बयान जारी किया और इस बात पर जोर दिया कि लोकतंत्र और सहिष्णुता के प्रतीक के रूप में भारत की इमेज को कमजोर करने की कोशिश में सफल नहीं होंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'हमने हाल ही में जारी अमेरिकी अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (यूएससीआईआरएफ) की 2025 की वार्षिक रिपोर्ट देखी है, जो एक बार फिर पक्षपातपूर्ण और राजनीति से प्रेरित आकलन जारी करने के अपने पैटर्न को जारी रखती है. यूएससीआईआरएफ द्वारा अलग-अलग घटनाओं को गलत तरीके से प्रस्तुत करने और भारत के जीवंत बहुसांस्कृतिक समाज पर संदेह जताने के लगातार कोशिश धार्मिक स्वतंत्रता के लिए वास्तविक चिंता के बजाय एक जानबूझकर किए गए एजेंडे को दर्शाते हैं.'
USCIRF को भारत का जवाब
जायसवाल ने आगे तर्क दिया कि 1.4 अरब लोगों का घर भारत, मानव जाति के सभी धर्मों का सम्मान करता है. जायसवाल ने आगे कहा, 'भारत 1.4 बिलियन लोगों का घर है जो मानव जाति के सभी ज्ञात धर्मों के अनुयायी हैं. हालांकि, हमें कोई उम्मीद नहीं है कि USCIRF भारत के बहुलवादी ढांचे की वास्तविकता से जुड़ेगा या इसके विविध समुदायों के सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व को स्वीकार करेगा.' साथ ही, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सुझाव दिया कि USCIRF को 'चिंता का विषय' के रूप में नामित किया जाना चाहिए.
USCIRF की रिपोर्ट में क्या कहा गया?
दरअसल, USCIRF ने 2025 की सालाना रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें जिक्र किया गया कि 2024 में भारत में मजहबी अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमले और भेदभाव में इजाफा जारी था. रिपोर्ट में बीजेपी पर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मुसलमानों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ 'नफरती बयानबाजी' का प्रचार करने का भी इल्जाम लगाया गया है.
इसके अलावा USCIRF नेअपनी रिपोर्ट में भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) पर सिख अलगाववादियों का कत्ल की साजिश में शामिल होने का इल्जाम लगाया. इसी इल्जाम के तहत USCIRF ने RAW के खिलाफ बैन लगाने की सिफारिश की. इतना ही नहीं, अमेरिकी पैनल ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भारत को धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन के लिए 'विशेष चिंता का देश' घोषित करने की सलाह दी है.