Sudan Genoside: सूडान की सरकार से मिली जानकारी के मुताबिकत पश्चिमी सूडान के अल फशर शहर में हुए नरसंहार के के साथ ही अर्धसैनिक त्वरित सहायता बल (RSF) 2000 से ज्यादा नागरिकों को मौत के घाट उतार उतार चुका है. मानवता को झकझोर देने वाले इस खौफनाक नरसंहारमें 200 से ज्यादा लोगों को गोलियों से भून दिया गया. हत्यारोपी हैवान ऊंटों पर सवार होकर आए थे. उन्होंने लोगों को सीधी लाइन में खड़ा करके खून से होली खेली. नरसंहार का ये घटनाक्रम स्तब्ध कर देने वाला है, लेकिन सूडान कोई इकलौती ऐसी जगह नहीं है जहां संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्था असहाय नजर आती है.
मौत को लेकर अलग-अलग दावे
सूडान के उत्तरी प्रान्त दारफ़ूर की राजधानी अल फ़शर में हुई इस वारदात में आरएसएफ के लड़ाकों ने निहत्थे और बेकसूर लोगों को एक जलाशय के पास ले जाकर गोली मार दी. चश्मदीदों के मुताबिक हमलावरों ने एक को खबर देने के लिए छोड़कर बाकी सब को मार डाला. इसी मामले से जुड़ी यूनाइटेड नेशंस की एक रिपोर्ट में मौत का आंकड़ा 460 बताया गया है. मारे गए अधिकांश लोग मरीज और उनके तीमारदार थे.
पोर्ट सूडान में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, सूडान की ह्यमन हेल्प कमिश्नर ने हमले की निंदा करते हुए इसे निहत्थे नागरिकों का नरसंहार कहा है. उन्होंने कहा, आरएसएफ के हैवानों और दरिंदों ने अस्पतालों में भर्ती मरीजों और घायलों को भी नहीं बख्शा मार डाला. उन्होंने भाग रहे नागरिकों का भी पीछा किया, इनमें से कई पीड़ितों के साथ यौन हिंसा भी की गई है.
कौन है आरएसएफ
आरएसएफ एक गठबंधन हैं जिसमें सशस्त्र आंदोलन, राजनीतिक दल और नागरिक समाज बल के लोग एक साथ काम करते हैं. इस संगठन ने अल फशर में हुए इस हमले से इनकार किया है. आपको बताते चलें कि सूडान सशस्त्र बलों और आरएसएफ के बीच बीते तीन साल से जंग छिड़ी है. इस युद्ध में अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है और लाखों की संख्या में लोगों को विस्थापन का दंश झेलना पड़ा. इस युद्ध ने देश के अधिकांश हिस्से को भुखमरी और अकाल के कगार पर ला खड़ा किया है.

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