ओसामा ऑपरेशन जैसा था ऑपरेशन सिंदूर… बोले धनखड़, तुर्की-अजरबैजान पर भी खूब बरसे

4 hours ago

नई दिल्ली: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने भारत की ताकत का एहसास पूरी दुनिया को करा दिया. 7-10 मई को हुए इस क्रॉस-बॉर्डर अटैक को लेकर अब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि जैसे अमेरिका ने 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था, ठीक उसी अंदाज में भारत ने पाकिस्तान और POK में चल रहे आतंक के अड्डों को खत्म किया है. उनका कहना है कि ये भारत की अब तक की सबसे गहरी और सबसे सटीक जवाबी कार्रवाई है.

‘शांति की परंपरा के साथ, आतंक का खात्मा’

धनखड़ ने दिल्ली के भारत मंडपम में जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के दीक्षांत समारोह में बोलते हुए कहा, ‘ये हमला हमारी सभ्यता और शांति की परंपरा के अनुरूप था, लेकिन सटीक और निर्णायक. भारत ने ऐसा करके पूरी दुनिया को दिखा दिया कि हम अब सहन नहीं करेंगे. हम आतंक के ठिकानों को वहीं जाकर खत्म करेंगे.’

धनखड़ ने सीधे तौर पर 9/11 हमले के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन का नाम नहीं लिया, लेकिन साफ किया कि जैसे उसे अमेरिका ने मई 2011 में निपटाया था, उसी महीने भारत ने भी आतंक के सौदागरों को सबक सिखाया है.

सबसे भयानक हमला – पहलगाम की त्रासदी

उपराष्ट्रपति ने कहा कि पहलगाम में 26 नागरिकों की हत्या के रूप में भारत ने 2008 मुंबई हमलों के बाद सबसे घातक आतंकी हमला देखा. और इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने सिर्फ बयान नहीं दिए, बल्कि सीधी कार्रवाई की. उन्होंने कहा, ‘बिहार से पीएम मोदी ने एक सख्त संदेश दिया, जिसे पूरी दुनिया ने गंभीरता से लिया. जो उन्होंने कहा, वो करके दिखाया.’

पाकिस्तान में जैश और लश्कर के ठिकाने तबाह

धनखड़ ने बताया कि इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को निशाना बनाया. और यह कार्रवाई इतनी गुप्त और सफल रही कि ना कोई आम नागरिक घायल हुआ, ना कोई सैन्य नुकसान, केवल आतंकी ही मारे गए. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘पहले सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगे जाते थे. आज कोई सबूत नहीं मांग रहा, क्योंकि पूरी दुनिया ने देखा है कि भारत क्या कर सकता है.’

I offer my salutations to all Armed Forces and the visionary leadership of Prime Minister Narendra Modi for the remarkable success of #OperationSindoor.

It was a remarkable retaliation, befitting our ethos of peace and tranquility, to the barbarity that happened on April 22 in… pic.twitter.com/4vobom490O

— Vice-President of India (@VPIndia) May 17, 2025

‘भारत विरोधियों को ताकत देना बंद करो’

उपराष्ट्रपति ने सिर्फ आतंकवाद पर ही नहीं, बल्कि भारत के तथाकथित साझेदार देशों पर भी तीखा हमला बोला. उन्होंने तुर्की और अजरबैजान का नाम लिए बिना कहा कि ‘क्या हम ऐसे देशों की इकोनॉमी को मज़बूत कर सकते हैं, जो संकट के वक्त भारत के खिलाफ खड़े हो जाएं?’

आर्थिक राष्ट्रवाद की खुली अपील

उन्होंने कहा, ‘हर नागरिक, हर व्यापारी, हर इंडस्ट्री अब राष्ट्र की सुरक्षा में भूमिका निभाए. क्या हम उन देशों में ट्रैवल करके या उनके प्रोडक्ट्स इम्पोर्ट करके उनकी अर्थव्यवस्था को सपोर्ट कर सकते हैं, जो हमारे दुश्मनों के साथ खड़े हैं?’ धनखड़ ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम ‘Economic ism’ यानी आर्थिक राष्ट्रवाद को अपनाएं. उन्होंने कहा कि अब देशभक्ति सिर्फ सीमा पर नहीं, बल्कि खरीदारी, व्यापार और ट्रैवल में भी झलकनी चाहिए.

तुर्की-अजरबैजान के खिलाफ देश में गुस्सा

पहलगाम हमले और उसके बाद ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को तुर्की और अजरबैजान से ड्रोन और कूटनीतिक समर्थन मिला. इसके बाद भारत में इन दोनों देशों के खिलाफ गुस्सा फूटा है.

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