कनाडा का अगला प्रधानमंत्री: रायता फैलाया और पल्ला झाड़ चलते बने जस्टिन ट्रूडो! साफ कौन करेगा?

1 day ago

Justin Trudeau Resign: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपनी पार्टी तथा देश की जनता के बीच घटते समर्थन को देखते हुए सोमवार को पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है. अब ट्रूडो की लिबरल पार्टी को एक नया नेता ढूंढना होगा जिसे अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कनाडाई वस्तुओं पर भारी कर लगाने की धमकियों से निपटना भी होगा. इसके अलावा कनाडा में चुनाव भी कुछ ही महीनों में होने हैं.

कनाडा के लिए आगे क्या?

ट्रूडो ने सोमवार को कहा कि पार्टी के नए नेता के चुने जाने तक उनकी प्रधानमंत्री पद पर बने रहने की योजना है. वह वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड के पिछले महीने मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद उबर नहीं पाए जो लंबे समय से उनकी वफादार और सबसे प्रभावी मंत्रियों में से एक थीं. कनाडा के सबसे प्रसिद्ध प्रधानमंत्रियों में से एक रहे पियरे ट्रूडो के 53 वर्षीय बेटे जस्टिन ट्रूडो की लोकप्रियता, खाद्य और आवास की बढ़ती लागत तथा बढ़ते आव्रजन सहित कई मुद्दों को लेकर मतदाताओं के बीच काफी घट गयी है.

यह भी देखें: आखिरकार नप गए खालिस्तानियों के हमदर्द जस्टिन ट्रूडो, 360 डिग्री घूमी सियासत; अचानक हो गया इस्तीफा

ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले किसी नए कनाडाई नेता के नाम की घोषणा होने की संभावना नहीं है. यह राजनीतिक उथल-पुथल कनाडा के लिए एक कठिन समय पर आई है. ट्रंप कनाडा को 51वां राज्य कहते रहते हैं और उन्होंने धमकी दी है कि अगर सरकार ने अमेरिका में प्रवासियों और नशीले पदार्थों के प्रवाह को नहीं रोका तो वह सभी कनाडाई वस्तुओं पर 25 प्रतिशत कर लगा देंगे.

हालांकि मैक्सिको की तुलना में कनाडा से बहुत कम लोग सीमा पार करते हैं. उन्होंने मैक्सिको पर भी कर लगाने की धमकी दी है. अगर ट्रंप कर लगाते हैं तो व्यापार युद्ध की आशंका है. कनाडा ने जवाबी कार्रवाई करने का संकल्प लिया है.

यह भी देखें: ट्रूडो के बाद कौन बन सकता है कनाडा का अगला पीएम? अनीता समेत 6 नेता रेस में

कनाडा को नया प्रधानमंत्री कब मिलेगा?

लिबरल पार्टी को 24 मार्च को संसद सत्र के फिर शुरू होने से पहले एक नया नेता चुनना होगा, क्योंकि तीनों विपक्षी दलों का कहना है कि वे पहला मौका मिलते ही अविश्वास प्रस्ताव लाकर लिबरल पार्टी की सरकार को गिरा देंगे, जिसके बाद चुनाव की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी. ऐसे में नए प्रधानमंत्री के ज्यादा समय तक पद पर रहने की संभावना नहीं है. वसंत ऋतु में चुनाव होने से विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी को बहुत अधिक लाभ होने की उम्मीद है. अगला प्रधानमंत्री कौन होगा?

आम तौर पर ऐसा देखने को नहीं मिलता कि किसी केंद्रीय बैंक के गवर्नर का प्रभाव किसी रॉकस्टार सरीखा हो. मगर बैंक ऑफ कनाडा के पूर्व प्रमुख मार्क कार्नी को 2012 में ऐसा ही सम्मान मिला था, जब उन्हें बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर के रूप में नामित किया गया था. यह एक ऐतिहासिक नियुक्ति थी, क्योंकि वह 1694 में स्थापना के बाद इसके गवर्नर के रूप में सेवा देने वाले पहले विदेशी थे.

यह भी देखें: भारत से पंगा.. ट्रूडो की साढ़ेसाती शुरू, कैसे कनाडा के चहेते PM अपनों के बुरे बन गए?

कनाडा के नागरिक की नियुक्ति को ब्रिटेन में द्विदलीय प्रशंसा मिली, क्योंकि कनाडा 2008 के वित्तीय संकट से कई अन्य देशों की तुलना में तेजी से उबरा था. इस दौरान उन्होंने एक सख्त नियामक के रूप में ख्याति अर्जित की. कार्नी लंबे समय से राजनीति में प्रवेश करने और प्रधानमंत्री बनने के इच्छुक रहे हैं, लेकिन उनके पास राजनीतिक अनुभव का अभाव है. फ्रीलैंड भी इस दौड़ में सबसे आगे हैं.

ट्रूडो ने पिछले महीने फ्रीलैंड से कहा था कि वह नहीं चाहते कि वह अब वित्त मंत्री के पद पर रहें, लेकिन वह उप प्रधानमंत्री और अमेरिका-कनाडा संबंधों के लिए मुख्य किरदार बनी रह सकती हैं. एक अन्य संभावित उम्मीदवार नए वित्त मंत्री डोमिनिक लेब्लांक हैं. पूर्व जन सुरक्षा मंत्री और ट्रूडो के करीबी मित्र लेब्लांक हाल में प्रधानमंत्री के संग एक रात्रि भोज में शामिल हुए थे जिसमें ट्रंप भी थे. (एपी/भाषा)

तमाम खबरों पर नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Today और पाएं in Hindi हर पल की जानकारी. देश-दुनिया की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और रहें अपडेटेड!

Read Full Article at Source