Last Updated:June 29, 2025, 15:02 IST
Kolkata Gangrape Case: कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज की छात्रा के गैंगरेप मामले में पुलिस जांच महत्वपूर्ण मोड़ पर है. आरोपी मोनोजित मिश्रा के मोबाइल में कॉलेज के सीसीटीवी एक्सेस की जानकारी मिली है.

साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज की एक छात्रा के साथ हुए गैंगरेप कांड में पुलिस जांच अब एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच चुकी है.
हाइलाइट्स
आरोपी मोनोजित के मोबाइल में CCTV एक्सेस मिला.पुलिस ने CCTV सर्विलांस एजेंसी से पूछताछ की.तीनों आरोपियों के कॉल डिटेल्स जांच के केंद्र में.कोलकाता के कस्बा स्थित साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज की एक छात्रा के साथ हुए गैंगरेप कांड में पुलिस जांच अब एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच चुकी है. सूत्रों के अनुसार, आरोपी मोनोजित मिश्रा के मोबाइल फोन में कॉलेज के सीसीटीवी सिस्टम तक एक्सेस मिलने की बात सामने आई है. इस खुलासे के बाद पुलिस ने CCTV सर्विलांस एजेंसी से पूछताछ की है. इसके साथ ही फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) से भी तकनीकी सहायता ली जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि आरोपी ने कैसे और कब सीसीटीवी तक पहुंच बनाई.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, तीनों आरोपियों मोनोजित मिश्रा, प्रमित मुखोपाध्याय और जैब अहमद के कॉल डिटेल्स अब जांच के केंद्र में हैं. गिरफ्तारी के समय तीनों आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए थे. अब कॉल रिकॉर्ड की जानकारी के लिए पुलिस ने संबंधित टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर को पत्र भेजा है.
रेप कांड के तीनों आरोपियों की जांच पूरी
जानकारी के मुताबिक, तीनों आरोपियों का मेडिको-लीगल परीक्षण भी पूरा कर लिया गया है. विशेष रूप से मुख्य आरोपी मोनोजित के खिलाफ साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है. मोनोजित जहां कॉलेज का पूर्व छात्र और एक अस्थायी कर्मचारी था, वहीं दो अन्य आरोपी उसी कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे.
25 जून को तीनों मिलकर उस छात्रा को जबरन गार्ड रूम में खींचकर ले गए. पीड़िता की तरफ से दर्ज शिकायत में बताया गया कि वहां शाम करीब 7:30 बजे से लेकर रात 11:10 तक चली यानी लगातार साढ़े तीन घंटे तक उसके साथ दरिंदगी की गई. इस वीभत्स घटना को पूरे राज्य में गुस्सा देखा जा रहा है. इस मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है.
वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की टीम रविवार को पीड़िता और उसके परिवार से मिलने पहुंचा था. उनका आरोप है कि पुलिस ने उन्हें मिलने नहीं दिया और न ही कॉलेज में वारदात वाली जगह पर जाने दिया. एनसीडब्ल्यू सदस्य अर्चना मजूमदार ने कहा, ‘न तो वे (पुलिस) हमें पीड़िता से मिलने दे रहे हैं, न ही अपराध स्थल देखने दे रहे हैं, न ही उन्होंने हमें कोई तस्वीर लेने दी. पुलिस नहीं चाहती कि हम पीड़ित परिवार से मिलें. पुलिस कह रही है कि उन्हें नहीं पता कि परिवार कहां है. उन्हें कहीं छिपा दिया गया है…’
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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Location :
Kolkata,West Bengal