Last Updated:October 21, 2025, 15:15 IST
Career Tips: कुछ दशक पहले आईटी प्रोफेशनल्स की बाढ़ सी आ गई थी. हर कोई आईटी डिग्री कोर्स में एडमिशन ले रहा था. उन दिनों इस सेक्टर की बूम थी. लेकिन इन दिनों आईटी ग्रेजुएट्स की वैल्यू कम हो गई है. जानिए आईटी डिग्री कोर्स के बजाय कौन सी डिग्री ले सकते हैं.

नई दिल्ली (Career Tips). क्या आप इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की डिग्री लेने का प्लान बना रहे हैं? जरा ठहर जाइए! टेक्नोलॉजी लैंडस्केप बहुत तेजी से बदल रहा है. 2025 में आईटी डिग्री (सामान्य बीटेक या बीसीए आईटी) लेना उतना फायदेमंद नहीं है, जितना पहले हुआ करता था. दरअसल, जो स्किल्स कभी कॉलेज में सिखाई जाती थीं, उन्हें ऑनलाइन कोर्स और सर्टिफिकेशन के जरिए कम समय और कम खर्च में सीख सकते हैं. कंपनियां अब कागजी डिग्री से ज्यादा खास और नई स्किल्स वाले प्रोफेशनल्स को प्राथमिकता दे रही हैं.
आईटी कोर्स में पुरानी प्रोग्रामिंग भाषाओं, बेसिक नेटवर्किंग थ्योरी या सैद्धांतिक डेटाबेस मैनेजमेंट पर ज्यादा फोकस किया जाता है. मौजूदा दौर में रोबोटिक्स, एआई, क्लाउड कंप्यूटिंग और साइबर सिक्योरिटी जैसी खास शाखाओं में एक्सपर्टीज की मांग है. सामान्य आईटी डिग्री ‘जैक ऑफ ऑल ट्रेड्स, मास्टर ऑफ नन’ बना देती है. हाई सैलरी नौकरी के लिए आपको सही स्ट्रैटेजी बनानी होगी. आपको भविष्य की टेक्नोलॉजी समझनी होगी. जानिए आईटी डिग्री की वैल्यू कम क्यों हो रही है और उसकी जगह पर क्या करें.
इन 10 वजहों से कम हो गई आईटी डिग्री की कीमत
स्किल का तेजी से पुराना होना: कोर्स का कॉन्टेंट तकनीकी प्रगति के साथ तालमेल नहीं बिठा पाता. ऑनलाइन लर्निंग की उपलब्धता: जरूरी स्किल्स (जैसे कोडिंग) सस्ते ऑनलाइन कोर्स से सीख सकते हैं. ज्यादा थ्योरेटिक: कोर्स में प्रैक्टिकल और इंडस्ट्री-संबंधित अनुभव की कमी होती है. ऑटोमेशन का प्रभाव: रूटीन आईटी काम (जैसे सिस्टम एडमिनिस्ट्रेशन) अब ऑटोमेट हो रहे हैं. जनरल नॉलेज: डिग्री बहुत सामान्य ज्ञान देती है, खास विशेषज्ञता नहीं. एक्सपर्टीज की मांग: कंपनियां अब AI, DevOps या क्लाउड जैसी स्पेशल स्किल्स को महत्व देती हैं. सर्टिफिकेशन का महत्व: क्लाउड (AWS, Azure) और साइबर सिक्योरिटी सर्टिफिकेशन को डिग्री से ज्यादा अहमियत मिलती है. सॉफ्टवेयर स्किल्स पर कम ध्यान: कम्युनिकेशन, प्रॉब्लम सॉल्विंग और टीमवर्क जैसी जरूरी स्किल्स पर फोकस कम है. कम सैलरी वाली एंट्री-लेवल जॉब्स: सामान्य आईटी डिग्री धारकों के लिए प्रतिस्पर्धा बहुत ज्यादा है, जिससे शुरुआती वेतन कम होता है. पुरानी प्रोग्रामिंग भाषाएं: कई कोर्स अभी भी पुरानी या कम प्रचलित प्रोग्रामिंग भाषाओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं.हाई सैलरी दिलवाएंगी ये 10 टेक्निकल डिग्रियां
भविष्य में करियर की स्टेबिलिटी और हाई सैलरी सुनिश्चित करने के लिए आप खास और ज्यादा मांग वाली (Niche) टेक्नोलॉजी ब्रांचेस में डिग्री ले सकते हैं:
1. डेटा और इंटेलिजेंस पर केंद्रित डिग्रियां
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML): AI मॉडल विकसित करने और डेटा से भविष्यवाणियां करने पर ध्यान.
डेटा साइंस और बिग डेटा एनालिटिक्स: बड़े डेटा सेट का विश्लेषण करके व्यावसायिक निर्णय लेने की कला.
रोबोटिक्स और ऑटोमेशन इंजीनियरिंग: उद्योग 4.0 के लिए रोबोटिक सिस्टम और प्रक्रियाओं को डिजाइन करना.
2. सिक्योरिटी और इंफ्रास्ट्रक्चर पर केंद्रित डिग्रियां
साइबर सुरक्षा इंजीनियरिंग (Cybersecurity Engineering): डिजिटल संपत्तियों, नेटवर्क और डेटा को खतरों से बचाने के लिए विशेषज्ञता.
क्लाउड कंप्यूटिंग और DevOps: क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर (AWS, Azure, GCP) को मैनेज करने और ऑटोमेशन पाइपलाइन बनाने पर विशेषज्ञता.
नेटवर्क और सिस्टम सुरक्षा: कॉम्प्लेक्स नेटवर्क आर्किटेक्चर और उनकी सिक्योरिटी को मैनेज करने पर फोकस.
3. इंटरैक्शन और प्रोडक्ट पर केंद्रित डिग्रियां
UX/UI डिजाइन और ह्यूमन-कंप्यूटर इंटरेक्शन (HCI): यूजर फ्रेंडली सॉफ्टवेयर और इंटरफेस बनाने की कला.
गेम डेवलपमेंट और इमर्सिव टेक्नोलॉजी: मेटावर्स, वर्चुअल रियलिटी (VR) और ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) के लिए कंटेंट बनाना.
4. स्पेशल एप्लाइड डिग्रियां
बायोइन्फॉर्मेटिक्स (Bioinformatics): बायोलॉजी डेटा का एनालिसिस करने के लिए कंप्यूटर साइंस का इस्तेमाल.
फिनटेक (FinTech) और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी: वित्तीय सेवाओं और Decentralized Systems के लिए टेक्नोलॉजी का डेवलपमेंट.
With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...और पढ़ें
With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...
और पढ़ें
First Published :
October 21, 2025, 15:15 IST