Last Updated:June 30, 2025, 16:38 IST
Najeeb Ahmed Case: JNU छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी का केस 9 साल बाद कोर्ट ने बंद कर दिया. CBI ने किसी साजिश या ठोस सुराग से इनकार किया. मां फातिमा को अब भी बेटे का इंतजार है.

JNU छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी के 7 साल बाद कोर्ट ने केस बंद कर दिया. (फाइल फोटो PTI)
नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हुए छात्र नजीब अहमद के केस को अब ऑफिशियल रूप से बंद कर दिया गया है. दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की क्लोजर रिपोर्ट को मंजूरी देते हुए केस की फाइलें बंद कर दीं. इस रिपोर्ट में CBI ने कहा है कि नजीब की गुमशुदगी से जुड़ी कोई ठोस जानकारी या साक्ष्य नहीं मिल सके, जिससे किसी पर आरोप तय किया जा सके.
नजीब अहमद अक्टूबर 2016 में लापता हुए थे. उस समय वह जेएनयू के माही-मांडवी हॉस्टल में रह रहे थे और MSc बायोटेक्नोलॉजी के छात्र थे. लापता होने से ठीक पहले ABVP से जुड़े कुछ छात्रों के साथ उनका कथित झगड़ा हुआ था. इसी घटना के बाद उनका कोई सुराग नहीं मिला.
किसी साजिश का कोई सबूत नहीं
नजीब की मां फातिमा नफीस ने बेटे के लापता होने के बाद दिल्ली पुलिस और बाद में CBI जांच की मांग की थी. लेकिन CBI की ओर से दायर की गई क्लोजर रिपोर्ट में कहा गया कि उन्हें ABVP के छात्रों की भूमिका या किसी साजिश से जुड़ा कोई सबूत नहीं मिला. रिपोर्ट के अनुसार, सभी संभावित एंगल की जांच के बावजूद नजीब के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई.
मां ने नहीं हारी थी उम्मीद, कोर्ट में दी थी चुनौती
फातिमा नफीस ने इस रिपोर्ट को अदालत में चुनौती दी थी और कहा था कि जांच निष्पक्ष नहीं हुई है. लेकिन कोर्ट ने अब CBI के निष्कर्ष को स्वीकार करते हुए मामले को बंद कर दिया. इस फैसले के साथ ही एक मां की सात साल लंबी उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है.
नजीब की गुमशुदगी आज भी देश की छात्र राजनीति को एक बड़ा सवाल देती है. क्या हमारे संस्थान हर छात्र को सुरक्षा और न्याय दे पा रहे हैं? एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय से एक छात्र दिनदहाड़े लापता हो जाता है और सालों की जांच के बाद भी कोई नतीजा सामने नहीं आता. यह सिर्फ एक परिवार की पीड़ा नहीं, बल्कि पूरे एजुकेशन सिस्टम पर एक गंभीर सवाल है. ऐसे मामलों में सिर्फ तकनीकी जांच नहीं, बल्कि संस्थागत जवाबदेही और राजनीतिक निष्पक्षता भी उतनी ही जरूरी है.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
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