ग्रीनलैंड ने दिखा दी ट्रंप को आंख... ऐसी बात बोल दी अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोची नहीं होगी!

1 month ago

Greenland rejects Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले ही ग्रीनलैंड को लेकर आक्रामक हों लेकिन ग्रीनलैंड वाकओवर देने के मूड में नहीं है. इसी कड़ी में उसने अमेरिका में शामिल करने की इच्छा एक बार फिर खारिज कर दी है. डेनमार्क और ग्रीनलैंड दोनों ने साफ कर दिया है कि यह द्वीप किसी भी हाल में अमेरिका का हिस्सा नहीं बनेगा. डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन और ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री म्यूट एगेडे ने ट्रंप के हालिया बयान को ठुकराते हुए कहा कि ग्रीनलैंड का भविष्य केवल वहां के लोग तय करेंगे.

दो टूक जवाब देते हुए ..
दरअसल ट्रंप ने बुधवार को कहा कि उनका प्रशासन ग्रीनलैंड के लोगों के अपने भविष्य को तय करने के अधिकार का समर्थन करता है और अगर वे चाहें तो अमेरिका में उनका स्वागत है. इस पर डेनमार्क की प्रधानमंत्री ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि ग्रीनलैंड, ग्रीनलैंड के लोगों का है और वे ही इसका फैसला करेंगे. वहीं ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री एगेडे ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ग्रीनलैंड के लोग अमेरिकी नागरिक बनने की कोई इच्छा नहीं रखते.

दुनिया का सबसे बड़ा द्वीप..
ग्रीनलैंड दुनिया का सबसे बड़ा द्वीप है. 1953 तक डेनमार्क का उपनिवेश था. बाद में यह डेनमार्क का अभिन्न हिस्सा बना और वहां के नागरिकों को डेनिश नागरिकता दी गई. हालांकि 1979 में ग्रीनलैंड ने स्वशासन प्राप्त कर लिया लेकिन विदेश और रक्षा नीति पर अब भी डेनमार्क का नियंत्रण है.

यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने ग्रीनलैंड को अमेरिका का हिस्सा बनाने की इच्छा जताई हो. इससे पहले भी उन्होंने यह प्रस्ताव रखा था जिसे डेनमार्क ने सिरे से खारिज कर दिया था. अब एक बार फिर ग्रीनलैंड के नेता स्पष्ट कर चुके हैं कि वे न तो डेनिश बनना चाहते हैं और न ही अमेरिकी. प्रधानमंत्री एगेडे ने फेसबुक पर लिखा, "हम न तो अमेरिकी बनना चाहते हैं, न ही डेनिश. हम कलालिट (ग्रीनलैंडर्स) हैं और अमेरिकियों को यह समझना चाहिए. एजेंसी इनपुट

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