Last Updated:August 19, 2025, 22:25 IST
Odisha News Today: ममता बनर्जी के ओडिशा में बंगालियों के उत्पीड़न के आरोपों को सीएम मोहन चरण माझी ने झूठा बताया. उन्होंने कहा कि ओडिशा में बंगालियों का पुराना घर है और घुसपैठियों पर कार्रवाई हो रही है, नागरिकों...और पढ़ें

भुवनेश्वर. ममता बनर्जी द्वारा ओडिशा में बंगालियों के उत्पीड़न के आरोपों पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने न्यूज 18 के राइजिंग ओडिशा कार्यक्रम के दौरान साफ कहा कि ममता का यह दावा पूरी तरह झूठा और भ्रामक है. उन्होंने कहा कि ओडिशा में किसी भी भारतीय नागरिक या बंगाली समुदाय के साथ न तो उत्पीड़न हो रहा है और न ही उत्पीड़न की कोई गुंजाइश है.
बंगालियों का पुराना घर रहा है ओडिशा
मुख्यमंत्री मंजी ने कहा कि ओडिशा सदियों से बंगालियों का घर रहा है. विभाजन और बांग्लादेश बनने के बाद विस्थापित अल्पसंख्यक बंगालियों के लिए ओडिशा सरकार ने कई इलाकों में कॉलोनियां बसाईं और उनका पुनर्वास सुनिश्चित किया. उन्होंने कहा, “हमारे यहां बंगालियों ने न केवल शांति से जीवन बिताया है, बल्कि समाज और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान भी दिया है.”
कार्रवाई घुसपैठियों पर, न कि नागरिकों पर
मंजी ने यह भी स्पष्ट किया कि हाल ही में पुलिस की जांच केवल संदिग्ध बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ चल रही है. अगर कोई अवैध रूप से सीमा पार कर ओडिशा में घुसपैठ करता है और यहां के लोगों की आजीविका छीनता है, तो कार्रवाई अनिवार्य है. उन्होंने कहा, “ओडिशा पुलिस का फर्ज है कि वह अपनी धरती और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करे. लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं कि बंगाली समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है.”
ममता पर सीधा हमला
मुख्यमंत्री ने ममता बनर्जी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, “बिना तथ्य जाने ऐसी बातें करना सिर्फ राजनीति है. यह बंगालियों और ओडिया लोगों के बीच अनावश्यक अविश्वास फैलाने की कोशिश है. सच यह है कि ओडिशा ने हमेशा बंगालियों को गले लगाया है.”
जगन्नाथ मंदिर का जिक्र
मंजी ने इस मौके पर पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा निर्मित जगन्नाथ मंदिर का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि यह पहल बंगाल और ओडिशा के बीच साझा संस्कृति और आस्था का प्रतीक है. “हमारी साझी परंपराएं और धार्मिक संबंध इतने गहरे हैं कि कोई भी सस्ती राजनीति इन रिश्तों को कमजोर नहीं कर सकती.”
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
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First Published :
August 19, 2025, 22:25 IST