'जब DA नहीं दे सकते तो OPS कहां से देंगे...', सुक्खू सरकार पर बरसा शिक्षक संघ

3 days ago

Last Updated:August 23, 2025, 15:19 IST

हिमाचल प्रदेश में वीरेंद्र चौहान और कर्मचारी महासंघ ने डीए की देरी पर सरकार को आंदोलन की चेतावनी दी है, मुख्यमंत्री सुक्खू ने वित्तीय संकट का हवाला दिया है.

'जब DA नहीं दे सकते तो OPS कहां से देंगे...', सुक्खू सरकार पर बरसा शिक्षक संघहिमाचल अध्यापक संघ के अध्यक्ष और संयुक्त कर्मचारी महासंघ नेता वीरेंद्र चौहान ने पत्रकार वार्ता कर सरकार को आगाह किया.

कपिल ठाकुर

शिमला. हिमाचल प्रदेश में लाखों कर्मचारी महंगाई भत्ते का इंतजार कर रहे हैं. घोषणा के बावूजद कर्मचारियों से कई माह का भत्ता नहीं मिला है और ऐसे में विधानसभा में भी इस मुद्दे पर हंगामा हुआ था. अब डीए की अदायगी में हो रही देरी को लेकर कमर्चारियों ने सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की चेतावनी दे दी है.

शिमला में शनिवार को हिमाचल अध्यापक संघ के अध्यक्ष और संयुक्त कर्मचारी महासंघ नेता वीरेंद्र चौहान ने पत्रकार वार्ता कर सरकार को आगाह किया है कि सरकार आर्थिक स्थिति ठीक न होने का हवाला देकर कर्मचारियों के डीए को लटकाने का काम न करे. जब सरकार कर्मचारियों को डीए तक नहीं दे पा रही है तो ओल्ड पेंशन योजना का लाभ कहां से देगी.

उन्होंने कहा कि कर्मचारियों में रोष बढ़ता जा रहा है ऐसे में अगर सरकार ने समय रहते डीए जारी नहीं किया तो कर्मचारी अब बड़े आंदोलन की तरफ बढ़ेंगे.वीरेंद्र चौहान ने कहा कि 13% डीए कर्मचारियों के लंबित हो गया है. कर्मचारियों में डीए ना मिलने से भारी रोष है.  मुख्यमंत्री ने बजट सत्र में मई महीने में 3 फ़ीसदी डीए देने की घोषणा की थी जो अगस्त महीने में भी पूरी नहीं हुई.

वीरेंद्र चौहान कहते हैं कि सरकार एक तरफ कहती है कि पैसे की कमी नहीं है, फिर डीए क्यों नहीं दिया जा रहा है. सरकार ने अगर जल्दी डीए जारी नहीं किया तो कर्मचारी एकजुट होकर सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे. साथ ही शिक्षा विभाग में शिक्षकों के बहुत से पद खाली चल रहे हैं, जिन्हें नई भर्तियों के माध्यम से शीघ्र भरने की आवश्यकता है इस दिशा में सरकार पहल करे. उन्होंने कहा कि अध्यापकों की कमी के कारण सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या घट रही है और स्कूल बंद करने से समाधान नहीं होगा.

सीएम ने विधानसभा में क्या कहा

विधानसभा सत्र में गुरुवार को सीएम सुक्खू ने कहा था कि प्रदेश की वित्तीय हालत ठीक नहीं है और जब वित्तीय ठीक हो जाएगी तो कर्मचारियें को डीए की किश्त जारी कर दी जाएगी. गौर रहे कि बीते 10 साल से 10 हजार करोड़ रुपये देनदारी सरकार को कर्मचारियों की करनी है.

Vinod Kumar Katwal

Results-driven journalist with 13 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...और पढ़ें

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Location :

Shimla,Shimla,Himachal Pradesh

First Published :

August 23, 2025, 15:19 IST

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