Last Updated:March 26, 2025, 15:50 IST
Cash-At-Home Row: नई दिल्ली डीसीपी देवेश महला और टीम ने जस्टिस यशवंत वर्मा के निवास का दौरा किया. सुप्रीम कोर्ट की पैनल ने जांच के निर्देश दिए. पैनल अग्निशमन विभाग से पूछताछ करेगा.

जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास पर आग लगने की घटना के दौरान बड़ी मात्रा में नकदी मिलने के बाद किया गया. (फाइल फोटो PTI)
हाइलाइट्स
जस्टिस यशवंत वर्मा के घर पहुंची दिल्ली पुलिस.सुप्रीम कोर्ट पैनल ने जांच के निर्देश दिए.स्टोर रूम को सील कर विस्तृत वीडियो बनाएंगे.Justice Yashwant Varma: नई दिल्ली डीसीपी देवेश महला और उनकी टीम ने कैश-एट-होम विवाद की जांच के लिए दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के आधिकारिक निवास का दौरा किया. यह दौरा सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय पैनल के निर्देश पर किया गया. दिल्ली पुलिस को उस स्टोर रूम को सील करने के लिए कहा गया है, जहां आग लगी थी. वे स्टोर रूम के अंदर मौजूद चीजों का विस्तृत वीडियो भी बनाएंगे.
सूत्रों के अनुसार, पैनल जल्द ही अग्निशमन विभाग के अधिकारियों से पूछताछ करेगा और उनके कॉल रिकॉर्ड की जांच करेगा. पैनल ने मंगलवार को न्यायमूर्ति वर्मा के आधिकारिक निवास का दौरा किया ताकि पूरी स्थिति का अंदाजा लगाया जा सके. मामले से परिचित लोगों ने News18 को बताया कि इन-हाउस पैनल तीन दिनों तक दिल्ली में रहेगा और सुप्रीम कोर्ट जल्द ही उनके नामित सचिवालय की जानकारी साझा करेगा, जिसके बाद मामले में औपचारिक कार्यवाही शुरू होगी.
उन्होंने कहा कि पैनल न्यायमूर्ति वर्मा से औपचारिक स्पष्टीकरण मांगेगा, अग्निशमन विभाग के अधिकारियों से पूछताछ करेगा. उनके आवासीय और आधिकारिक कर्मचारियों से सवाल करेगा और उनके कॉल रिकॉर्ड का फोरेंसिक विश्लेषण करेगा. वे दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भी शामिल कर सकते हैं.
CJI ने शनिवार को तीन सदस्यीय समिति का किया था गठन
भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने पिछले शनिवार को दिल्ली हाई कोर्ट के जज के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया. समिति के सदस्यों में पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश शील नागू, हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जीएस संधवाला और कर्नाटक हाई कोर्ट की न्यायमूर्ति अनु शिवरामन शामिल हैं, सुप्रीम कोर्ट ने कहा.
बाद में, सोमवार को, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने वर्मा को वापस इलाहाबाद हाई कोर्ट भेज दिया. सुप्रीम कोर्ट ने एक बयान में कहा “सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 20 और 24 मार्च 2025 को हुई बैठकों में न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा, न्यायाधीश, दिल्ली हाई कोर्ट को इलाहाबाद हाई कोर्ट में वापस भेजने की सिफारिश की है.” न्यायमूर्ति वर्मा वर्तमान में इस महीने की शुरुआत में एक अग्निशमन अभियान के दौरान उनके निवास पर नकदी की कथित बरामदगी को लेकर विवाद में फंसे हुए हैं.
दिन में पहले, दिल्ली हाई कोर्ट (HC) रजिस्ट्री ने न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को सौंपे गए न्यायिक कार्य को वापस ले लिया और अपनी नई रोस्टर में उनके कार्य को न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद और न्यायमूर्ति हरीश वैद्यनाथन शंकर को सौंप दिया. न्यायमूर्ति वर्मा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें “प्रेस में दोषी ठहराया और बदनाम किया जा रहा है.”
HC के मुख्य न्यायाधीश ने क्या कहा?
दिल्ली एचसी के मुख्य न्यायाधीश (CJ) देवेंद्र कुमार उपाध्याय द्वारा नेतृत्व किए गए घटना की जांच रिपोर्ट में कहा गया कि 14 मार्च को उस बंगले के स्टोर रूम में आग लगी थी, जहां न्यायमूर्ति वर्मा रह रहे थे और वह स्टोर रूम केवल बंगले के निवासियों के लिए ही सुलभ था.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 26, 2025, 15:50 IST