Last Updated:October 06, 2025, 17:51 IST
Rekha Gupta Delhi News: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बड़ा ऐलान किया है. दिल्ली सरकार दिवाली पर ग्रीन पटाखों को चलाने की अनुमति देने की मांग देने की सुप्रीम कोर्ट से आग्रह करेगी. दिल्ली सरकार सुप्रीम कोर्ट में लिखित में अपना पक्ष रखेगी. जन-भागीदारी और सरकारी नियमों का पालन करते हुए प्रमाणित ग्रीन पटाखों के उपयोग को अनुमति दी जाए. दीपावली, भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा धार्मिक पर्व है.

नई दिल्ली. दिवाली से पहले राजधानी दिल्ली में एक बार फिर पटाखों पर बहस तेज हो गई है. प्रदूषण और परंपरा के बीच संतुलन बनाने की कोशिश में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि सरकार इस बार ग्रीन पटाखों के लिमिटेड इस्तेमाल की अनुमति देने के लिए सुप्रीम कोर्ट से लिखित आग्रह करेगी.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दीपावली भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा धार्मिक पर्व है. दिल्ली के करोड़ों लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए हमने सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का निर्णय लिया है कि प्रमाणित ग्रीन पटाखों को त्योहार के दौरान चलाने की अनुमति दी जाए. हमारी सरकार जनभावनाओं का सम्मान करते हुए, कानून और पर्यावरण दोनों का संतुलन बनाए रखने की पक्षधर है.
क्या मांग करेगी दिल्ली सरकार?
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने स्पष्ट किया कि दिल्ली सरकार पूरी तरह से प्रदूषण पर रोक और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि हम माननीय सुप्रीम कोर्ट को आश्वस्त करते हैं कि सरकार उसके हर दिशा-निर्देश का पालन करेगी. सभी संबंधित एजेंसियां और विभाग इस पर समन्वित रूप से काम करेंगे ताकि किसी भी प्रकार का प्रदूषण नियंत्रण से बाहर न जाए.
क्या है दिल्ली सरकार का प्रस्ताव?
दिल्ली सरकार का प्रस्ताव है कि केवल वही पटाखे चलाने की अनुमति दी जाए जो ‘ग्रीन सर्टिफाइड’ हों यानी ऐसे पटाखे जिनमें सल्फर, एल्यूमिनियम या अन्य हानिकारक तत्वों का उत्सर्जन बेहद कम हो. इन्हें सिर्फ अधिकृत संस्थाओं द्वारा निर्मित किया जाएगा और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR-NEERI) जैसी संस्थाओं द्वारा प्रमाणित किया जाएगा.
क्या होते हैं ‘ग्रीन पटाखे’?
सरकार का कहना है कि ‘ग्रीन पटाखे’ पारंपरिक पटाखों की तुलना में 30 से 40 फीसदी तक कम धुआं और प्रदूषक गैसें छोड़ते हैं. साथ ही, इनसे शोर प्रदूषण भी कम होता है. मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार इस प्रस्ताव पर जन-भागीदारी को भी प्राथमिकता देगी यानी स्कूलों, आरडब्ल्यूए और बाजार संघों के जरिए लोगों को पर्यावरण-संवेदनशील उत्सव मनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
अक्टूबर-नवंबर में कैसी होती है दिल्ली की हवा?
यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है जब हर साल अक्टूबर-नवंबर में दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता बेहद खराब हो जाती है. केंद्र और सुप्रीम कोर्ट कई बार पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के निर्देश दे चुके हैं लेकिन इस बार रेखा गुप्ता सरकार चाहती है कि नियंत्रित तरीके से केवल प्रमाणित ग्रीन पटाखों को सीमित समय के लिए अनुमति दी जाए, ताकि परंपरा भी जीवित रहे और प्रदूषण भी न बढ़े.
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष औपचारिक रूप से पेश करेगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि न्यायालय इस मुद्दे पर संवेदनशील रुख अपनाएगा और दिल्ली के नागरिकों को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण में ‘हरी दिवाली’ मनाने का अवसर देगा.
अरुण बिंजोला इस वक्त न्यूज 18 में बतौर एसोसिएट एडिटर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वह करीब 15 सालों से पत्रकारिता में सक्रिए हैं और पिछले 10 सालों से डिजिटल मीडिया में काम कर रहे हैं. करीब एक साल से न्यूज 1...और पढ़ें
अरुण बिंजोला इस वक्त न्यूज 18 में बतौर एसोसिएट एडिटर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वह करीब 15 सालों से पत्रकारिता में सक्रिए हैं और पिछले 10 सालों से डिजिटल मीडिया में काम कर रहे हैं. करीब एक साल से न्यूज 1...
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Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
October 06, 2025, 17:51 IST