Last Updated:June 30, 2025, 18:46 IST
भारत ब्रिक्स के मंच से पहलगाम नरसंहार की कहानी पूरी दुनिया को बताएगा. एससीओ समिट में चीन तो पाकिस्तान को बचा लिया, लेकिन यहां पर बचाना मुश्किल होगा, क्योंकि ज्यादातर देश भारत समर्थक माने जाते हैं.

ब्रिक्स समिट में शामिल होने के लिए पीएम मोदी जाएंगे. (PTI)
हाइलाइट्स
ब्रिक्स के मंच पर पाकिस्तान को बेनकाब करने जा रहा भारत.पहलगाम नरसंहार का जिक्र कर बताएगा पाकिस्तान की करतूत.पूरे सबूत के साथ भारत बताएगा पाकिस्तान कैसे आतंकिस्तान.शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की मीटिंग में चीन की बदाैलत पाकिस्तान बच तो गया, लेकिन अब उसके सामने मुसीबत आने वाली है. ब्राजील के रियो डी जनेरियो में 5 से 7 जुलाई को होने जा रहे ब्रिक्स समिट में भारत पाकिस्तान को लेकर कड़ा रुख अपनाने जा रहा है. विदेश मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो इस बार भारत पहलगाम अटैक को ब्रिक्स के मंच पर उठाएगा और पाकिस्तान को बेनकाब कर देगा.
एससीओ जैसे मंचों पर चीन और पाकिस्तान ने मिलकर भारत की आवाज को दबाने की कोशिश की, लेकिन ब्रिक्स में पाकिस्तान की गैर-मौजूदगी भारत को खुलकर हमला बोलने का मौका दे रही है. अब न कोई पाकिस्तानी प्रतिनिधि बीच में रोड़े अटका सकेगा, न ही चीन की ढाल उस पर लगे दाग छुपा पाएगी.
पुख्ता सबूत पेश करेगा भारत
भारत इस बार सिर्फ हमला नहीं, सबूतों और पूरी रणनीति के साथ आगे बढ़ेगा. सूत्रों के अनुसार, भारतीय प्रतिनिधिमंडल के पास पाकिस्तान के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं. आतंकियों के आकाओं के नाम हैं. उनकी लोकेशन है. हैंडलर्स और फंडिंग नेटवर्क तक की जानकारी है. इन तथ्यों को दुनिया के सामने रखा जाएगा, ताकि पाक का ‘दोहरे चेहरे’ वाला नकाब हमेशा के लिए उतर जाए.
भारत की रणनीति साफ
भारत की रणनीति साफ है या तो ब्रिक्स आतंकवाद के खिलाफ खुलकर बोले या फिर यह सवालों के घेरे में आए. ब्राजील, रूस और दक्षिण अफ्रीका जैसे सदस्य देशों से समर्थन की पूरी उम्मीद है, क्योंकि आतंकी हमलों का दर्द कोई भी देश झेलना नहीं चाहता. भारत यह भी बताना चाहता है कि पाकिस्तान केवल उसका नहीं, बल्कि वैश्विक सुरक्षा का दुश्मन है.
मौका नहीं गंवाना चाहता भारत
मोदी सरकार यह मौका किसी भी सूरत में गंवाना नहीं चाहती. यह सिर्फ एक आतंकवादी घटना नहीं, बल्कि पाकिस्तान की पूरी नीति की पोल खोलने का मंच है. अगर सब कुछ योजना के मुताबिक चला, तो न केवल पाकिस्तान की कूटनीतिक दुर्गति होगी, बल्कि चीन के लिए भी उसे ढंकना असंभव हो जाएगा.
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें
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