Last Updated:May 16, 2025, 19:50 IST
Shivraj Singh Chauhan News: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नॉर्थ ईस्ट दौरे पर नागालैंड के किसानों के लिए 380 करोड़ रुपये की सहायता राशि की घोषणा की और कृषि विकास की योजना बनाने का आग्रह किया. शिवराज ...और पढ़ें

शिवराज सिंह चौहान नॉर्थ-ईस्ट के दौरे पर हैं. (Instagram/ Shivraj Singh Chauhan)
Shivraj Singh Chauhan News: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान इस वक्त चार दिनों के नॉर्थ ईस्ट दौरे पर हैं. इस दौरान रास्ते में उन्होंने अपने काफिले को रुकवाया और एक दुकानदार से खीरे खरीदने लगे. शिवराज सिंह चौहान का यह अंदाज इस वक्त सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि शिवराज ने काजिरंगा से नागालैंड जाने के रास्ते में आपने काफिले को रुकवाया. वो सड़क किनारे एक दुकानदार के पास पहुंचे. उन्होंने पहले हाथ मिलाया. फिर खीरे खरीदने लगे. उन्होंने 30 रुपये प्रति किलो के हिसाब से एक किलो खीरे खरीदे. कृषि मंत्री ने खुले दिल से वहां मौजूद दुकानदारों के साथ बातचीत की.
अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर शिवराज सिंह चौहान ने दुकानदारों के साथ मुलाकात का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया. उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘काजीरंगा से नागालैंड के जलुकी जाते समय खटखटी गांव में रणदीप जी मिले. वे बिना रासायनिक खाद के उगाए खीरे बेचते हैं, जो जैविक और शुद्ध हैं. पूर्वोत्तर न सिर्फ सुंदर है, बल्कि आत्मीयता और स्वाद से भी समृद्ध है. हमारे मेहनतकश किसान और उनका परिश्रम देश की असली ताकत है.’
नागालैंड के किसानों को 380 करोड़ का तोहफा
केंद्रीय कृषि शिवराज सिंह चौहान ने नगालैंड में किसानों के लिए एक बड़ा ऐलान भी किया. कृषि क्षेत्र को प्रोत्साहन देते हुए नागालैंड के किसानों के लिए 380 करोड़ रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है. एक सरकारी बयान में कहा गया कि यह घोषणा पेरेन जिले के जलुकी स्थित पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन कॉलेज में प्रशासनिक-सह-शैक्षणिक खंड और किसान मेले के उद्घाटन के अवसर पर की गई. चौहान ने नगालैंड सरकार से आग्रह किया कि वह कृषि विकास के लिए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करे, ताकि इस राशि का प्रभावी उपयोग हो सके. उन्होंने राज्य के समग्र कृषि विकास के लिए केंद्र की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया.
शिवराज ने छात्रों-किसानों से की बात
केंद्रीय मंत्री ने छात्रों और किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि छात्रों, कृषि विज्ञान केंद्रों और विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर को शामिल करके प्रत्येक जिले में एक कोर टीम का गठन किया जाना चाहिए, जो स्थानीय किसानों के साथ नियमित संपर्क बनाए रखे. उन्होंने कहा कि ये टीम नगालैंड के विशिष्ट जलवायु क्षेत्रों के अनुसार उपयुक्त फसल और पशुधन प्रजातियों की पहचान करने में मदद करेंगी, जिससे उत्पादकता और किसानों की आय बढ़ेगी. इस मौके पर राज्यपाल ला गणेशन ने 380 करोड़ रुपये की सहायता राशि की घोषणा को ग्रामीण नगालैंड को बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया. उन्होंने खाद्य सुरक्षा, स्वस्थ पशुधन और ग्रामीण आजीविका सुनिश्चित करने में पशु चिकित्सा शिक्षा की भूमिका पर प्रकाश डाला.
2047 विकसित भारत बनाने का संकल्प
राज्यपाल ने छात्रों को पशु चिकित्सा और कृषि विज्ञान के क्षेत्र में परिवर्तनकारी भूमिका निभाने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत 2047 के विजन में सहायक बनने के लिए प्रोत्साहित भी किया. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री टीआर जेलियांग ने इस वित्तीय सहायता का स्वागत करते हुए कहा कि नगालैंड की 70 प्रतिशत से अधिक आबादी कृषि पर निर्भर है. उन्होंने झूम खेती के महत्व पर प्रकाश डाला, साथ ही पारंपरिक प्रथाओं को बनाए रखने के लिए आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान भी किया.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
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