Last Updated:June 30, 2025, 09:33 IST
Torrent Pharma Deal : टोरंट फार्मा ने अमेरिकी इक्विटी निवेश कंपनी केकेआर से जेबी केमिकल्स की बड़ी हिस्सेदारी खरीदने की डील पक्की कर ली है. इसके लिए कंपनी ने 18 हजार करोड़ रुपये का दांव खेला और अब वह देश की 5...और पढ़ें

टोरंट फार्मा और जेबी केमिकल्स में 18 हजार करोड़ का करार.
हाइलाइट्स
टोरंट फार्मा ने जेबी केमिकल्स में 18 हजार करोड़ का निवेश किया.इस डील के बाद टोरंट देश की 5वीं बड़ी फार्मा कंपनी बनेगी.टोरंट ने केकेआर से 46.4% हिस्सेदारी 11,917 करोड़ में खरीदी.नई दिल्ली. 10 साल बाद फार्मा सेक्टर की दूसरी सबसे बड़ी डील पूरी हुई है. इस बार टोरंट कंपनी ने जेबी केमिकल्स एंड फार्मा पर 18 हजार करोड़ रुपये का दांव लगाया है. इससे पहले साल 2015 में रैनबैक्सी और सन फार्मा के बीच करीब 4 अरब डॉलर की डील हुई थी, जिसे भारतीय फार्मा सेक्टर की सबसे बड़ी डील माना जाता है. इस डील के जरिये भारतीय कंपनी सन फार्मा ने रैनबैक्सी का अधिग्रहण किया था. इस बार ओपन डील के जरिये टोरंट ने जेबी केमिकल्स में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदी है.
अभी तक जेबी केमिकल्स की ज्यादातर हिस्सेदारी अमेरिकी निवेश कंपनी केकेआर के पास थी, जिससे टोरंट फार्मा ने दो हिस्सों में करार किया है. करार के पहले फेज के तहत टोरंट फार्मा केकेआर से 11,917 करोड़ रुपये में जेबी केमिकल्स की 46.4 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी. इसके अलावा पब्लिक शेयरहोल्डर्स से भी 26 फीसदी की हिस्सेदारी ओपन ऑफर के जरिये खरीदने की तैयारी है. इस डील के बाद टोरंट फार्मा देश की टॉप 5 फार्मा कंपनियों में शामिल हो जाएगा.
कितना है कंपीन का वैल्यूएशन
टोरंट फार्मा ने बताया है कि उसने 25,689 करोड़ रुपये के इक्विटी वैल्यूएशन पर जेबी केमिकल्स का अधिग्रहण किया है. केकेआर के अलावा कुछ कर्मचारियों से भी कंपनी इक्विटी शेयर खरीद रही है, जो करीब 2.8 फीसदी होगा और 1,600 रुपये प्रति शेयर के भाव से यह डील की जाएगी. दूसरे फेज में टोरंट फार्मा और जेबी केमिकल्स का विलय होगा, जिसमें जेबी फार्मा के शेयरहोल्डर्स को हर 100 शेयर पर टोरंट के 51 शेयर दिए जाएंगे.
11 फीसदी डिस्काउंट पर हो रही डील
फिलहाल शुरुआती डील शुक्रवार को बंद हुए जेबी केमिकल्स के शेयरों के भाव पर 11 फीसदी डिस्काउंट के साथ हो रही है. ओपन ऑफर में 8.9 फीसदी का डिस्काउंट दिया जा रहा है. इससे पहले टोरंट फार्मा ने एल्डर फार्मा, यूनिकेम लैब्स और क्यूरेशियो का भी अधिग्रहण किया था. ताजा अधिग्रहण के बाद यह भारतीय फार्मा सेक्टर की 5वीं सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी. जेबी केमिकल्स के पास एक स्थापित घरेलू कारोबार है,जिसका 58 फीसदी बिजनेस भारतीय बाजार से आता है.
रेनबैक्सी की सबसे बड़ी डील
घरेलू फार्मा कंपनी रेनबैक्सी ने साल 2014 में देश की सबसे बड़ी फार्मा डील की थी. तब कंपनी को सन फार्मा ने करीब 24 हजार करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया था. अब करीब 10 साल बाद एक बार फिर फार्मा सेक्टर की बड़ी डील हुई है और इस बार भारतीय कंपनी ने अमेरिकी कंपनी के हाथ से यह बड़ा सौदा लिया है, जिसके बाद टोरंट 5वीं बड़ी फार्मा कंपनी बन जाएगी.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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