Last Updated:March 05, 2025, 07:42 IST
Bofors case: भारत सरकार ने बोफोर्स घोटाले की जांच के लिए अमेरिका से 1980 के दशक की 64 करोड़ रुपये की डील की जानकारी मांगी है. सीबीआई ने अमेरिकी न्याय विभाग को अनुरोध पत्र भेजा है.

बोफोर्स कांड कांग्रेस की दुखती रग है. (File Photo)
हाइलाइट्स
भारत ने बोफोर्स घोटाले की जानकारी अमेरिका से मांगी.सीबीआई ने अमेरिकी न्याय विभाग को अनुरोध पत्र भेजा.स्वीडन से 155 मिमी फील्ड आर्टिलरी गन की डिटेल मांगी गई.नई दिल्ली: राजीव गांधी सरकार के दौरान सामने आए कथित बोफोर्स घोटाले के मामले को एक बार फिर खोलने की कवायद तेज हो गई है. भारत सरकार ने अमेरिका से संपर्क किया है और उनसे 1980 के दशक की 64 करोड़ रुपये की बोफोर्स डील के संबंध में अहम जानकारी मांगी गई है. अमेरिका को एक न्यायिक अनुरोध पत्र भेजा गया है, जिसमें भारत की एक अदालत के आदेश का हवाला देते हुए स्वीडन से 155 मिमी फील्ड आर्टिलरी गन की खरीद से संबंधित डिटेल मांगी गई है. टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार की रिपोर्ट के अनुसार सीबीआई ने कुछ दिनों पहले एक स्पेशल कोर्ट द्वारा जारी एक अनुरोध पत्र अमेरिकी न्याय विभाग को भेजा था. एजेंसी ने स्वीडिश हथियार निर्माता एबी बोफोर्स द्वारा भारत से 400 हॉवित्जर का ऑर्डर हासिल करने के लिए कथित तौर पर दी गई रिश्वत के संबंध में यूएस-आधारित निजी जासूसी फर्म फेयरफैक्स के प्रमुख माइकल हर्शमैन के पास मौजूद मामले का विवरण मांगा है.
First Published :
March 05, 2025, 07:42 IST