फिरौती मांगने के लिए किडनैपर्स ने चुराई गोलगप्पे वाली की सिम, फिर किया कांड

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Last Updated:January 13, 2025, 10:50 IST

Ganganagar News: श्रीगंगानगर में मासूम बालक रूद्र शर्मा अपहरण केस में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. आरोपियों ने रूद्र को किडनैप करने के बाद जिस मोबाइल नंबर से फोन कर 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी वह उन्होंने गोलगप्पे बेचने वाले एक फुटकर...और पढ़ें

Kidnapping Case : श्रीगंगानगर में मासूम बालक रूद्र शर्मा किडनैपिंग केस में बड़ा अपडेट सामने आया है. रूद्र को किडनैप करने वाले किडनैपर्स ने दस लाख रुपये की फिरौती मांगने के लिए गोलगप्पे बेचने वाले की सिम को चुराई थी ताकि किसी को उन पर शक नहीं हो. उसकी सिम से ही आरोपियों ने व्हाट्सऐप को एक्टिवेट किया और रूद्र को छोड़ने की एवज में 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी. आरोपियों से हुई पूछताछ में इसका खुलासा हुआ है. आरोपियों के इस आइडिए से पुलिस भी हैरान है.

पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में दीपक कुमार उर्फ दीपू (20) और निखित उर्फ लिखित उर्फ लक्की (20) हिन्दुमल कोट थाना इलाके के खाटवलाना गांव के रहने वाले हैं. दोनों गहरे दोस्त हैं. दीपू के पिता श्रीगंगानगर में स्टील बैल्डिंग का काम करते हैं और वहीं लक्की के पिता टैम्पू चलाते हैं. दीपू टशन वाली रील बनाकर इंस्टाग्राम पर डालता रहता है. लक्की मोबाइल रिपेयरिंग का काम करता है. दोनों बीते दिनों चंडीगढ़ रहकर आए थे. वहां की चमकदमक देखकर वे दोनों भी ऐशो आराम की जिंदगी जीने की ख्वाहिश रखने लगे.

आरोपियों ने 8 जनवरी को रूद्र को किडनैप किया
उसी ख्वाहिश को पूरा करने के लिए दोनों ने रुपये का जुगाड़ करने के लिए बच्चे को किडनैप करने की प्लानिंग बनाई. इसके लिए दोनों किसी पैसे वाले खानदान के बच्चे की तलाश कर रहे थे. 7 जनवरी को जब वे बच्चे की तलाश में घूम रहे थे तो उनकी नजर रामदेव कॉलोनी में घर के आगे खेल रहे रूद्र पर पड़ी. उन्होंने रूद्र से बातचीत कर जान पहचान बढ़ाई. वे उस दिन उसका अपहरण करना चाह रहे थे. लेकिन वहां भीड़भाड़ होने के कारण उनकी पार नहीं पड़ी. इस पर वे 8 जनवरी को फिर वहां गए और रूद्र से बातचीत की.

आरोपियों ने धमकी दी कि बच्चा चाहिए तो 10 लाख रुपये का इंतजाम करो
उस दौरान रूद्र ने बड़ी पतंग की इच्छा जताई तो वे उसे बाइक पर लेकर वहां फरार हो गए. आरोपियों ने बाद में गोलगप्पे वाली की चुराई गई सिम का इस्तेमाल कर उससे व्हाट्सऐप एक्टिवेट किया. फिर रूद्र के पड़ोस में स्थित जिम संचालक को फोनकर उसके अपहरण की सूचना दी. आरोपियों ने कहा कि बच्चा हमारे कब्जे में उसके परिवार वालों को बता दो. अगर बच्चा चाहिए तो दस लाख रुपये का इंतजाम कर ले.

एएसपी ने रूद्र का चाचा बनकर आरोपियों से करीब 50 बार बात की
इस पर उसने रूद्र के दादा को इसकी सूचना दी. उन्होंने पुलिस को बताया. बाद में श्रीगंगानगर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवीर प्रसाद शर्मा ने रूद्र का चाचा बनकर आरोपियों से करीब 50 बार बात की. पुलिस ने आरोपियों को फोन में उलझाए रखा. इस बीच पुलिस ने मोबाइल नंबर की लोकेशन ट्रेस कर ली. बाद में घेराबंदी का किडनैपर्स को दबोच लिया और रूद्र को सकुशल छुड़ा लिया.

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