झुग्गीवालों को किसने दिया धोखा? 'आप', कांग्रेस या BJP...फिर चलेगा बुलडोजर?

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Last Updated:January 13, 2025, 13:32 IST

Delhi Chunav: दिल्ली विधानसभा चुनाव में 20 से 24 सीटों पर झुग्गी वोटर्स निर्णायक भूमिका निभाने वाले हैं. क्या इस बार के दिल्ली चुनाव में झुग्गी वोटर्स को लुभाने में बीजेपी बाजी मार ले जाएगी या फिर 'आप' और कांग्रेस में वोटों का हो जाएगा...और पढ़ें

नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव में झुग्गी वोटरों को लेकर सियासत गर्म है. झुग्गीवालों का वोट हासिल करने के लिए ‘आप’, कांग्रेस और बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप का दौड़ जारी है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या झुग्गीवाले इस बार दिल्ली चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाने वाले हैं? बता दें कि हाल के वर्षों में झुग्गीवाले अरविंद केजरीवाल के कोर वोटर रहे हैं. लेकिन, इस बार के दिल्ली चुनाव में बीजेपी की नजर झुग्गी वोटरों पर पड़ गई है. दिल्ली चुनाव के ऐलान से पहले ही बीजेपी नेता झुग्गी में रात बिताकर उनके परेशानियों को मीडिया के सामने ला रहे थे.खासकर, बिजली और पानी के मुद्दे पर बीजेपी नेता आप सरकार को घेर रहे थे. इसी का नतीजा है कि दो दिन पहले दिल्ली के 3000 झुग्गी प्रधानों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संवाद किया था.

बता दें कि दिल्ली में बीजेपी की नजर जाट वोटर्स के साथ-साथ पूर्वांचली वोटर्स पर भी है. क्योंकि, ज्यादातर पूर्वांचली वोटर्स झुग्गी बस्तियों में रहते हैं. दिल्ली की 24 विधानसभा सीटों पर झुग्गी वोटर निर्णायक साबित होते हैं. इसी का नतीजा है कि गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली की अलग-अलग झुग्गी बस्तियों के प्रधानों के साथ मुलाकात कर माहौल बनाने का पूरा प्रयास किया. वहीं, अमित शाह के एक्टिव होते ही आप संयोजक अरविंद केजरीवाल भी झुग्गी बस्ती में पहुंचकर राजनीति गर्मा दी.

क्या दिल्ली में झुग्गी वोटर्स होंगे निर्णायक?
केजरीवाल शकूरबस्ती विधानसभा की झुग्गी बस्ती में पहुंचकर बीजेपी पर जोरदार हमला बोला. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली चुनाव में अगर बीजेपी जीतती है तो अगले पांच सालों में सभी झुग्गियों को तोड़ देगी. बीते 10 सालों से आम आदमी पार्टी झुग्गी बस्तियों को बचाने के लिए ढाल बनकर खड़ी है.

क्या कहते हैं जानकार?
राजनीतिक जानकार संजीव पांडेय कहते हैं, ‘हाल के वर्षो में दिल्ली में झुग्गी बस्ती में रहने वाले वोटर जिस तरफ भी जाते हैं, उसी पार्टी की सरकार बन जाती है. यही वजह है कि बीते कई महीने से बीजेपी ने अपने सभी नेताओं को एक रात झुग्गी बस्ती में रहने का फरमान सुनाया. वहीं, आम आदमी पार्टी भी बीजेपी के प्लान को फेल करने के लिए उन झुग्गियों में जाना शुरू किया, जहां-जहां हाल के दिनों में बुलडोजर एक्शन कर झुग्गियों को तोड़ा गया था. आप नेता और दिल्ली सरकारे के मंत्री सौरभ भारद्वाज तो सुंदर नगर झुग्गियों में पहुंचकर झुग्गीवालों के साथ धरने पर बैठ गए थे.

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कुलमिलाकर इस बार दिल्ली के झुग्गी वोटरों की भूमिका अहम होने वाली है. क्योंकि, दिल्ली में तकरीबन झुग्गियों में 15 लाख वोटर्स हैं. दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से तकरीबन दो दर्जन विधानसभा सीटों पर झुग्गी वोटर्स जिस पार्टी को वोट देते हैं, विधायक उसी पार्टी का बनता है.ऐसे में दिल्ली की तीनों प्रमुख पार्टियां झुग्गी वोटरों को लुभाने के लिए तरह-तरह के लोक लुभावन वादों की झड़ी लगा दी है. वहीं, दिल्ली के एलजी के आदेश पर लगातार झुग्गियों में रह रहे अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या को लेकर भी सख्ती शुरू है. बीजेपी आरोप लगा रही है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दिल्ली में बांग्लादेशी और रोहिंग्या को बसाकर दिल्ली को बर्बाद करने में लगी है.

Location :

Delhi Cantonment,New Delhi,Delhi

First Published :

January 13, 2025, 13:28 IST

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