Last Updated:January 13, 2025, 16:30 IST
Ranchi News: रांची से सटे कांके प्रखंड सह अंचल कार्यालय के बाहर अक्सर युवाओं की भीड़ देखने को मिलती है, जो जाति, आय और आवासीय प्रमाण पत्र बनाने के लिए सरकारी दफ्तर का चक्कर लगाते हैं. कभी सरकारी बाबू दफ्तर से गैर हाजिर रहते हैं...और पढ़ें
रांची. झारखंड में सरकारी बाबुओं की लेट लतीफी से राज्य के युवा बेहाल है. जाति, आय, आवासीय प्रमाण पत्र का समय पर बन जाना भगवान के दर्शन से कम नहीं. राज्य सरकार निश्चित समय पर प्रमाण पत्र जारी करने का दावा तो करती है पर सरकारी बाबुओं ऐसा होने नहीं देते. नतीजतन कोई प्रतियोगिता परीक्षा में भाग लेने से चूक जाता है, तो कोई सरकारी बहाली में पिछड़ रहा है. झारखंड की राजधानी रांची में प्रमाण पत्र की क्या है हकीकत है, इसको जानने के लिए पढ़िए न्यूज 18 की ग्राउंड जीरो से यह स्पेशल रिपोर्ट.
राजधानी रांची से सटे कांके प्रखंड सह अंचल कार्यालय के बाहर अक्सर युवाओं की भीड़ देखने को मिलती है, जो जाति, आय और आवासीय प्रमाण पत्र बनाने के लिए सरकारी दफ्तर का चक्कर लगाते हैं. कभी सरकारी बाबू दफ्तर से गैर हाजिर रहते हैं तो कभी सर्वर डाउन हो जाता है. हाथ में कागजात लिए युवा कभी इस टेबल पर तो कभी उस सरकारी बाबू के पास जिरह करते नजर आ जाएंगे. ऐसा हम यूं ही नहीं कह रहे, बल्कि ये परेशान युवाओं की आपबीती है.
केस स्टडी की कहानी कर देगी हैरान
केस स्टडी 1– नाम सोनू कुमार. सोनू ने 17 दिसंबर 2024 को कांके अंचल कार्यालय में आवासीय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था. 14 जनवरी तक ही प्रमाण पत्र जमा करने की तारीख है . सोनू कुमार को CISF में फायरमैन के पद आयोजित बहाली में भाग लेना है .
केस स्टडी 2- नाम योगेश कुमार महतो . योगेश महतो को ITI परीक्षा में शामिल होना है . संस्थान ने साफ शब्दों में ये कह दिया है कि बगैर आवासीय प्रमाण पत्र के परीक्षा में शामिल नहीं होने देंगे . इधर कांके अंचल में संबंधित कर्मी दफ्तर से नदारद है .
केस स्टडी 3- नाम नाजिर आलम. नाजिर आलम ने साल 2023 में अपनी बच्ची के जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया था . जन्म प्रमाण पत्र के लिए नाजिर को 11 माह तक कांके अंचल कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ा . काफी दौड़ लगाने के बाद अभी एक सप्ताह पहले उन्हें सफलता मिली है .
केस स्टडी 4- नाम सुनील उरांव . झारखंड में खर्ची कागजात के आधार पर जमीन की खरीद बिक्री आम बात है . सुनील उरांव की जमीन के डीड के साथ छेड़छाड़ कर जमीन को बेचा जा रहा है . पिछले 4 दिनों से सुनील चक्कर लगा रहे है .
केस स्टडी 5- नाम अजय कुमार .अजय कुमार आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए कांके अंचल का चक्कर लगा रहे है . अजय के परिजन कैंसर से पीड़ित है और उनका इलाज वेल्लोर में चल रहा है और उसके इलाज के लिए सरकारी सहायता चाहिए . रांची सदर अस्पताल ने इसके लिए आय प्रमाण पत्र देने को कहा है .बगैर आय प्रमाण पत्र के सरकारी स्वास्थ्य लाभ मिलना मुमकिन नहीं.
CO साहब के अलग ही दावे
कांके अंचल कार्यालय में युवा से लेकर बुजुर्ग तक चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन, सरकारी कर्मचारियों को इससे फर्क नहीं पड़ता. यहां जब न्यूज़ 18 की टीम पहुंची तो खाली कुर्सी इस बात की गवाही दे रहे थे किशिकायतकर्ता झूठ नहीं बोल रहे है. हालांकि कांके अंचल के CO जय कुमार राम का दावा है कि प्रमाण पत्र को लेकर वो गंभीर है. खास कर युवाओं के लिए पहले दिन ही प्रमाण पत्र बनाने का निर्देश पहले से जारी कर दिया गया है.
कई अंचलों की ऐसी ही हालत
आवेदन लिए लंबी कतार में खड़े लोगों की यह कहानी सिर्फ कांके अंचल की नहीं है. ये तो मात्र उदाहरण मात्र है. आपको हर प्रखंड सह अंचल कार्यालय में ये तस्वीर देखने को मिल जाएगी. खासकर युवाओं की भीड़ तक और बढ़ जाती है जब राज्य में नियुक्ति प्रक्रिया आरम्भ होती है. लेकिन सरकार कर्मचारी और अधिकारियों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. वो अपने गति से ही काम करते हैं.
Location :
Ranchi,Ranchi,Jharkhand
First Published :
January 13, 2025, 16:30 IST