Last Updated:March 06, 2025, 23:03 IST
Adult content crime: तमिलनाडु पुलिस ने यौन अपराधों पर सख्ती दिखाते हुए 13,000 लोगों को अश्लील सामग्री डाउनलोड करने पर चेतावनी दी है. 43,000 अपराधियों को निगरानी सूची में डाला गया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर
तमिलनाडु में यौन अपराधों में बढ़ोतरी को लेकर विपक्षी दल लगातार राज्य सरकार पर हमला बोल रहे हैं. विपक्ष का आरोप है कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रही और अपराधों पर नियंत्रण पाने में असफल साबित हो रही है. इस बहस के बीच राज्य की पुलिस ने सख्त कदम उठाते हुए यौन अपराधों को रोकने की दिशा में बड़ा अभियान शुरू किया है.
अश्लील कंटेंट डाउनलोड करने वालों पर नजर
पुलिस ने हाल ही में अश्लील सामग्री डाउनलोड करने वाले 13,000 लोगों को चेतावनी दी है. साइबर अपराध रोकथाम इकाई के अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों पर लगातार नजर रखी जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे किसी अवैध गतिविधि में शामिल न हों.
यौन अपराधियों पर सख्त निगरानी
पुलिस के अनुसार, राज्य में यौन उत्पीड़न और महिलाओं के अपहरण जैसे गंभीर अपराधों में शामिल 43,000 लोगों को निगरानी सूची में डाला गया है. अधिकारियों का कहना है कि इन पर कड़ी नजर रखी जा रही है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि के मामले में तुरंत कार्रवाई की जाएगी.
व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए अश्लील सामग्री पर कड़ी कार्रवाई
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई व्यक्ति व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए अश्लील चित्र या वीडियो डाउनलोड करते हुए पाया जाता है, तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इतना ही नहीं, दोषी पाए जाने पर आरोपी को 10 साल तक की जेल भी हो सकती है.
पुलिस की सख्ती से अपराधों में आएगी गिरावट?
तमिलनाडु पुलिस के इस कदम को अपराधों पर लगाम लगाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, यह देखना होगा कि इस अभियान से राज्य में यौन अपराधों पर कितना असर पड़ता है और क्या यह अपराधियों के मन में डर पैदा कर सकता है. वहीं, विपक्षी दल इसे सरकार की नाकामी के तौर पर पेश कर रहे हैं और कड़े कानूनों की मांग कर रहे हैं.
First Published :
March 06, 2025, 23:03 IST