बगैर लैब के छात्र कर सकेंगे प्रैक्टिकल और घर बैठे होटल के कमरे का अहसास

1 day ago

Last Updated:April 17, 2025, 09:37 IST

आने वाले दिनों में स्‍कूल, कालेज के छात्रों को लैब की जरूरत नहीं होगी. ये बगैर लैब के प्रैक्टिकल कर सकेंगे. इसका सबसे ज्‍यादा लाभ दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले छात्रों को होगा. इस तरह की डिवाइस आईआ...और पढ़ें

बगैर लैब के छात्र कर सकेंगे प्रैक्टिकल और घर बैठे होटल के कमरे का अहसास

वेव्‍स के तहत एक्सटेंडेड रियलिटी या वर्चुअल रियलिटी क्रिएटर चैलेंज के तहत ऐसे तमाम इनोवेशन सामने आए हैं.

नई दिल्‍ली. आने वाले दिनों में स्‍कूल, कालेज के छात्रों को लैब की जरूरत नहीं होगी. ये बगैर लैब के प्रैक्टिकल कर सकेंगे. इसका सबसे ज्‍यादा लाभ दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले छात्रों को होगा. इस तरह की डिवाइस आईआईटी खड़कपुर के छात्र के डेवलप की है. इसका चयन वेव्‍स के तहत एक्सटेंडेड रियलिटी या वर्चुअल रियलिटी क्रिएटर चैलेंज के तहत किया गया है. इसी तरह के कई और भी इनोवेशन इस चैलेंज के तहत सामने आए हैं. गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा 1 से 4 मई तक मुंबई में मीडिया और मनोरंजन (एम एंड ई) क्षेत्र के लिए आयोजन किया जा रहा है.

आईआईटी खड़कपुर के छात्र वेदांता हाजरा ने बताया कि यह उपकरण वहीं के दो छात्रों के साथ मिलकर बनाया है. वे टीम के लीडर हैं. वे बताते हैं कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से कोई भी विद्यार्थी, एक वीआर हेडसेट पहन के, कोई भी साइंस एक्सपेरिमेंट कर सकता है, चाहे वो केमिस्ट्री हो, फ़िजिस्क्स या बायोलॉजी. टीम एक्स-आर रनर्स का मानना है कि कई विद्यालयों में सभी साइंस इक्विपमेंट्स नहीं होते और कई एक्सपेरिमेंट्स महंगे व ख़तरनाक भी होते हैं. मगर हमारे प्रोजेक्ट एड्यूसकेप एक्स-आर की मदद से कोई भी, सभी प्रकार के साइंस एक्सप्रिमेंट्स कर सकता है.

ऑल लाइन शॉपिंग में टूल हेवन एस्टेट का प्रयोग

ऑनलाइन शॉपिंग में खरीदे जाने वाले समान को छू कर या घुमा कर देखने का अनुभव करते हैं. ये गुजरात के युवाओं का एक टूल हेवन एस्टेट (Heaven estate) है जो चंद 2 डी तस्वीरों से हर उत्पाद का 3 डी बना देता है. इसी तरह PosePerfect एक सोल्यूशन है जो योग कर रहे व्यक्ति को बताता है कि उसका आसन या मुद्रा कितनी गलत है और वो इसे कैसे ठीक करे. ये दोनों ही बेहतर काम हैं जो भारत की पहली वेब्‍स (WAVES) वर्ल्‍ड आडियो विजुअल एंड इंटरटेनमेंट समिट के एक्‍सरे क्रिएटर इन इंडिया नाम की प्रतियोगिता में सामने आए हैं.

‘गेम ऑफ़ डाइमेंशन्स’

टीम यूथबज़ द्वारा विकसित किया गया, ‘गेम ऑफ़ डाइमेंशन्स’. अब आप गेमिंग के एक नए आयाम का अनुभव कर सकते हैं, जहां पहले आप कीबोर्ड या स्क्रीन पे कुछ बटन्स को दबा के अपने इन-गेम ‘गेम ऑफ़ डाइमेंशन्स’। को कंट्रोल कर के हमला या बचाव कर सकते थे, वही टीम यूथ बज़ द्वारा विकसित यह गेम, सब कुछ बदल देगा. यह गेम खिलाड़ियों को आज़ादी देता है ‘डायनामिक मूवमेंट’ की, यानी की गेम में अगर आपको सामने से आती गोलियों की बौछार से बचना है तो आपको बटन्स नहीं दबाने, आपको तेज़ी से ख़ुद बचना होगा. टीम यूथ बज्ज का यह प्रोजेक्ट सुनिश्चित करता है की, खिलाड़ियों को एक इमर्सिव और ऐक्टिव गेमिंग का अनुभव मिल सके.

घूमने फिरने में मदद करेगा यह टूल

बात हो अगर घूमने-फिरने की तो उसमें भी एक्स-आर का ज़िक्र ज़रूर आयेगा, क्यूंकि पर्यटन के क्षेत्र में क्रांति ले कर आ रहे हैं, टीम लूम एक्स-आर. अब आपको कहीं भी जाना हो, किस होटल में ठहराना हो आपको फ़ोटोज़ देख कर फैसला लेने की ज़रूरत नहीं है, लूम एक्स-आर के प्रोजेक्ट, ‘इमर्सिव टूरिज़्म गाइड’ की मदद से आप सब कुछ VR में देख पाएंगे, जैसे आप वहां ख़ुद मौजूद हों.

Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

April 17, 2025, 09:37 IST

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