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बेटों ने मां को छोड़ा बेसहारा, खाना तक नहीं दिया, फिर महिला ने उठाया ऐसा कदम, अक्ल आई ठिकाने
करीमनगर. बच्चों को पाल-पोसकर बड़ा करने वाली मां बुढ़ापे में इस उम्मीद पर रहती है कि उसके बेटे अच्छे से उसकी देखभाल करेंगे, लेकिन कभी-कभी इसका ठीक उल्टा होता है. संपत्ति या फिर जमीन-जायदाद को पाने के लालच में बेटे अपनी मां तक को घर से दुत्कार कर बाहर निकाल देते हैं. ऐसा ही एक मामला तेलंगाना के करीमनगर का है, जहां बेटों ने अपनी मां को घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया.
85 वर्षीय एक महिला ने सोमवार को लोअर मानेयर डैम (एलएमडी) पुलिस में अपने बेटों के खिलाफ मामला दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि उनलोगों ने उन्हें बेसहारा छोड़ दिया और खाना तक नहीं दिया. सब-इंस्पेक्टर बी चेरालु के अनुसार, करीमनगर जिले के थिम्मापुर मंडल के अलुगुनुरु गांव की रहने वाली नरसव्वा कुछ स्थानीय लोगों के साथ पुलिस स्टेशन आई और शिकायत की कि उसके बेटे उसके साथ सही तरीके से पेश नहीं आ रहे हैं.
नरसव्वा के तीन बेटे और दो बेटियां हैं, जबकि उनका एक बेटा मर चुका है. उन्होंने अपनी संपत्ति अपने सभी बच्चों में समान रूप से बांट दी और लगभग 10 गुंटा ज़मीन अपने नाम पर रखी. बड़ी बेटी को छोड़कर उसके सभी बच्चे उसी गांव में रहते थे. डेक्कन क्रॉनिकल में प्रकाशित खबर के मुताबिक, लेकिन पिछले कुछ दिनों से पारिवारिक विवाद के कारण नरसव्वा के बेटों ने उसकी देखभाल करना बंद कर दिया और उसे खाना तक नहीं खिला रहे थे.
इसलिए स्थानीय लोगों की मदद से वह थाने आई और बेटों के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी. शिकायत मिलने के बाद पुलिस नरसव्वा को लेकर उसके गांव पहुंची और उसके बेटों की काउंसलिंग कर मामले को सुलझाया. फिर नरसव्वा ने अपनी शिकायत वापस ले ली और बेटों के साथ घर लौट गई.
Tags: Telangana
FIRST PUBLISHED :
August 27, 2024, 23:34 IST