'ब्रह्मोस के आगे बौने हैं पाक और चीन के एयर डिफेंस सिस्टम...', पूर्व US कर्नल ने दिखाया आईना

8 hours ago

Operation Sindoor: पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाया. भारत ने पाकिस्तान पर जवाबी हमला किया जिसके बाद पाकिस्तानी एयरबेस के परखच्चे उड़ गए. ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने पाकिस्तानियों को धूल चटाई. हालांकि दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम हो गया है. भारतीय हथियारों को लेकर पूर्व अमेरिकी युद्ध विशेषज्ञ ने बड़ी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली चीनी एयर डिफेंस सिस्टम भारत की ब्रह्मोस मिसाइलों के सामने टिक नहीं सकतीं. इसके अलावा क्या कुछ कहा जानते हैं. 

इंडिया टुडे के साथ एक बातचीत में कर्नल (सेवानिवृत्त) जॉन स्पेंसर ने कहा कि भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान ने जिन चीनी वायु रक्षा प्रणालियों का प्रयोग किया भारत की ब्रह्मोस मिसाइलों के सामने टिक नहीं सकतीं. इसके अलावा कहा कि संघर्ष के दौरान भारत ने पाकिस्तान में जाकर हमला किया और ड्रोन से खुद का बचाव अच्छे तरीके से किया.

आगे बातचीत में उन्होंने कहा कि चीनी वायु रक्षा प्रणाली और मिसाइलें भारत की प्रणालियों की तुलना में कमज़ोर हैं. भारत की ब्रह्मोस मिसाइल चीनी और पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणालियों को भेदने में सक्षम थी. भारत ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि ये मिसाइलें पाकिस्तान में कहीं भी हमला कर सकती हैं. बता दें कि स्पेंसर आधुनिक युद्ध संस्थान में शहरी युद्ध अध्ययन के अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं.  

इसके अलावा उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में एक महत्वपूर्ण मोड़ बताते हुए स्पेंसर ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को भारी चपेट लगाई है. भारत ने स्पष्ट रूप से कहा था कि हम कोई जंग नहीं चाहते हैं लेकिन आतंकियों को जरूर दंड देंगे. आगे बोलते हुए कहा कि इस ऑपरेशन का सैन्य रणनीतिकारों और छात्रों द्वारा आने वाले वर्षों में अध्ययन किया जाएगा. उन्होंने आगे कहा, "ऑपरेशन सिंदूर एक ऐसा उदाहरण है जिसे आतंकवाद से लड़ने वाले अन्य देश भी अपना सकते हैं.

साथ ही साथ स्पेंसर ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के कदम का भी दृढ़ता से समर्थन किया और इसे पाकिस्तान को आतंकवादी संगठनों के लिए अपने समर्थन पर पुनर्विचार करने के लिए एक स्मार्ट दृष्टिकोण बताया. उन्होंने कहा, विश्व को पाकिस्तान और आतंकवाद को समर्थन देने वालों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए. 

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