'भाड़ में जाए नौकरी, अब रिक्शा चलाना'...कैसे एक पढ़ा-लिखा युवक मजबूर बन गया

2 days ago

मुंबई के कमलेश कामटेकर, जो पिछले 14 सालों से एक ग्राफिक डिजाइनर के रूप में काम कर रहे थे, इन दिनों चर्चा में हैं. असिस्टेंट क्रिएटिव मैनेजर के पद पर कार्यरत रहने के बावजूद, आज कमलेश एक रिक्शा चालक के रूप में अपनी नई जिंदगी शुरू कर चुके हैं. आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक बेहतरीन करियर छोड़कर उन्होंने यह फैसला लिया? इसका खुलासा खुद कमलेश ने एक भावुक लिंक्डइन पोस्ट में किया.

नौकरी जाने से शुरू हुआ संघर्ष
कमलेश की जिंदगी उस वक्त बदल गई जब उनकी कंपनी ने कॉस्ट कटिंग के नाम पर उन्हें नौकरी से निकाल दिया. नई नौकरी की तलाश में उन्होंने पांच महीने तक संघर्ष किया, सैकड़ों सीवी भेजे और अपने दोस्तों और परिचितों से मदद मांगी. इसके बावजूद कोई सफलता नहीं मिली. लिंक्डइन पर कई पदों के लिए आवेदन किया, लेकिन सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली. कमलेश ने बताया कि उनके 14 साल के अनुभव और असिस्टेंट क्रिएटिव मैनेजर जैसे बड़े पद के बावजूद कंपनियां उन्हें या तो नजरअंदाज कर रही थीं या सैलरी ज्यादा होने की वजह से नौकरी देने से इनकार कर रही थीं.

बार-बार असफलता ने लिया साहसिक निर्णय
लगातार असफलताओं के बाद कमलेश ने अपने जीवन को एक नई दिशा देने का फैसला किया. उन्होंने सोचा कि अगर कम सैलरी पर नौकरी करने के बजाय खुद का काम शुरू किया जाए, तो कम से कम अपनी आय का स्रोत बनाया जा सकता है. यही सोचकर उन्होंने ग्राफिक डिजाइनिंग छोड़कर रिक्शा चलाने का साहसिक कदम उठाया. अपनी पोस्ट में कमलेश ने लिखा, “मुझे आपकी शुभकामनाओं की जरूरत है. मैंने यह फैसला इसलिए लिया ताकि मैं आत्मनिर्भर बन सकूं.”

सोशल मीडिया पर वायरल हुई कहानी
कमलेश की कहानी और उनका संघर्ष लाखों लोगों के दिलों को छू गया. लिंक्डइन पर पोस्ट वायरल होने के बाद कई लोगों ने कमलेश की सराहना की. एक यूजर ने लिखा, “आपका फैसला साहसिक है और भाग्य हमेशा बहादुरों का ही साथ देता है.” वहीं, दूसरे यूजर ने कहा, “अगर आप थोड़ा और कोशिश करते, तो आपको नौकरी मिल सकती थी. लेकिन अब जब आपने यह राह चुनी है, तो उस पर दृढ़ता से डटे रहें.”

प्रेरणा बनी कमलेश की कहानी
कमलेश का संघर्ष यह दिखाता है कि मुश्किल वक्त में भी हार मानने के बजाय नई राह तलाशनी चाहिए. उनकी कहानी न केवल उनके साहस को दर्शाती है, बल्कि उन लोगों के लिए प्रेरणा है, जो अपनी जिंदगी में संघर्षों का सामना कर रहे हैं.

Tags: Local18, Mumbai News, Special Project

FIRST PUBLISHED :

January 1, 2025, 18:17 IST

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