चीन की नौका ने समुद्र में बिछे केबलों के साथ कर दी बड़ी छेड़छाड़, चिंता में क्यों आ गए सारे देश?

2 days ago

Sea Internet Cables: कल्पना कीजिए, आप एक रोमांचक ऑनलाइन गेम खेल रहे हैं और अचानक इंटरनेट गायब हो जाता है! समुद्र में बिछी इंटरनेट केबलों का कटना ठीक ऐसा ही संकट पैदा कर सकता है. ये केबलें दुनिया के 99% डेटा ट्रांसफर को संभालती हैं, और इनके कटने से संचार, व्यापार, और सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ता है. हाल ही में बाल्टिक सागर में चीन की एक नौका द्वारा केबलों को काटने की घटना ने स्वीडन, लिथुआनिया, फिनलैंड, और जर्मनी के बीच तनाव बढ़ा दिया. 

स्वीडन-लिथुआनिया और जर्मनी-फिनलैंड इंटरनेट केबलें क्षतिग्रस्त

17 नवंबर की सुबह स्वीडन-लिथुआनिया और जर्मनी-फिनलैंड को जोड़ने वाली समुद्री इंटरनेट केबलों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली. अटलांटिक काउंसिल की शोधकर्ता एलिज़ाबेथ ब्राव के अनुसार, इन केबलों को समुद्र तल पर लंगर डालकर घसीटा गया, जिससे वे कट गईं. यह घटना 24 घंटे के भीतर सामने आई, और इसकी गंभीरता ने देशों को सतर्क कर दिया.

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इंटरनेट केबल कटने की घटना में यी पेंग-3 की भूमिका की जांच जारी

जांच में पाया गया कि एक चीनी मालवाहक जहाज़, यी पेंग-3, घटना के समय समुद्र में उसी स्थान पर मौजूद था. यह जहाज़ रूस के सेंट पीटर्सबर्ग से रवाना होकर डेनमार्क के विशेष आर्थिक क्षेत्र में स्थित एक बंदरगाह पर रुका. स्वीडन और अन्य देशों ने इस जहाज़ का पीछा किया और इसके लंगर को क्षतिग्रस्त पाया गया. विशेषज्ञ एलिज़ाबेथ ब्राव ने कहा कि यदि जहाज़ का लंगर इंटरनेट केबल में फंसकर उसे घसीटता है, तो नाविकों को इसकी जानकारी हो जाती है, क्योंकि इससे जहाज़ की गति धीमी हो जाती है.

चौबीस घंटे के भीतर दो घटनाए

चौबीस घंटे के भीतर दो घटनाओं का होना महज़ दुर्घटना नहीं माना जा सकता. हालांकि, स्वीडन को यह साबित करना होगा कि नाविकों ने जानबूझकर ऐसा किया है. यदि ऐसा प्रमाणित नहीं होता, तो जहाज़ के नाविकों और कंपनी के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया जा सकेगा.

आर्थिक नुकसान हो सकता है, केबलों कटने से

इंटरनेट केबलों के कटने से आर्थिक गतिविधियों पर भी असर पड़ता है. व्यापारिक लेन-देन, ऑनलाइन शॉपिंग, और अन्य आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होती हैं, जिससे देशों को भारी आर्थिक नुकसान हो सकता है. इसके साथ समुद्र में बिछी इंटरनेट केबलों का कटना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकता है. कई देशों की सैन्य और सुरक्षा एजेंसियां इन केबलों के माध्यम से संचार करती हैं. इन केबलों के कटने से सुरक्षा एजेंसियों के बीच संचार बाधित हो सकता है, जिससे सुरक्षा खतरे बढ़ सकते हैं.

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जनीतिक तनाव और अविश्वास का बढ़ता खतरा

समुद्र में बिछी इंटरनेट केबलों का कटना राजनीतिक तनाव का कारण भी बन सकता है. हाल ही में बाल्टिक सागर में चीन की एक नौका द्वारा केबलों को काटने की घटना ने स्वीडन, लिथुआनिया, फिनलैंड, और जर्मनी के बीच तनाव बढ़ा दिया. इस तरह की घटनाएं देशों के बीच अविश्वास और तनाव को बढ़ावा देती हैं. इसके साथ समुद्र में बिछी केबलों की मरम्मत करना एक जटिल और महंगा काम है. इन केबलों की मरम्मत के लिए विशेष उपकरण और तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है, जो हर देश के पास नहीं होती.

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