भारत में आएगी तबाही? सबकुछ हो जाएगा खत्म! दिल्ली सहित इन शहरों पर मंडराया काल

1 month ago

Agency:एजेंसियां

Last Updated:February 25, 2025, 12:07 IST

Earthquake News: दिल्ली से लेकर पश्चिम बंगाल तक भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे लोग दहशत में हैं. 17 फरवरी से 25 फरवरी तक कई राज्यों में भूकंप आया, लेकिन किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है.

भारत में आएगी तबाही? सबकुछ हो जाएगा खत्म! दिल्ली सहित इन शहरों पर मंडराया काल

मंगलवार को ओडिश और बंगाल में महसूस किए गए भूकंप के झटके

हाइलाइट्स

दिल्ली से पश्चिम बंगाल तक भूकंप के झटके महसूस किए गए.17 से 25 फरवरी तक कई राज्यों में भूकंप आया.किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन लोग दहशत में हैं.

नई दिल्ली. रह-रह कर दिल्ली से लेकर पश्चिम बंगाल की तक जो भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे है क्या वो किसी खतरे की आहट हैं. क्या देश में कोई तबाही आने वाली है? क्यों पिछले 9 दिनों में देशभर के 6 से 7 राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं जिसमें दो बार तो राजधानी दिल्ली में ही महसूस किए गए हैं. 17 फरवरी यानी सोमवार को दिल्ली और पूरे एनसीआर में सुबह 5:36 बजे तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे लोग बहुत घबरा गए थे. भूकंप के झटके इतने तेज थे कि जो लोग सो रहे थे, उनकी नींद टूट गई, और जो जाग रहे थे, वे दहशत में आ गए. 17 फरवरी से शुरू हुए भूकंप के झटके 9 दिन बाद भी जारी हैं. यह 17 को दिल्ली एनसीआर, बिहार समेत बांग्लादेश तक महसूस किए गए थे. इसके बाद 6 दिन बाद जम्मू कश्मीर और उसके एक दिन बाद यानी 24 फरवरी को फिर से दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए. 9वें दिन यानी 25 फरवरी को ओडिशा के कई शहरों में मंगलवार सुबह लोगों ने भकूंप के झटके महसूस किए. झटका इतना जोरदार था कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. सुबह करीब 6:10 बजे पुरी, बरहामपुर, बालासोर और भुवनेश्वर में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए. भूकंप का केंद्र अक्षांश 19.52 डिग्री उत्तर और देशांतर 88.55 डिग्री पूर्व पर था.

17 फरवरी को दिल्ली के बाद बिहार में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, सोमवार सुबह 8:02 बजे 4.0 तीव्रता का भूकंप आया. बिहार में भी आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 मापी गई, जबकि इसका केंद्र सीवान जिले में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे स्थित था. एनसीएस बताया था कि इस भूकंप का अक्षांश 25.93 और देशांतर 84.42 दर्ज किया गया. बिहार के अलावा, सोमवार सुबह 8:54 बजे बांग्लादेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. यहां भूकंप की तीव्रता 3.5 मापी गई, जबकि इसका केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे स्थित था. एनसीएस के अनुसार, बांग्लादेश में आए भूकंप का अक्षांश 24.86 और देशांतर 91.94 दर्ज किया गया.

क्या दिल्ली से बिहार और बांग्लादेश में हुआ था कोई नुकसान?
भूकंप के झटकों से बिहार और बांग्लादेश में किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं थी, लेकिन स्थानीय लोगों में डर का माहौल देखा गया था. भूकंप के बाद लोग सतर्कता बरतते हुए घरों और कार्यालयों से बाहर निकल आए थे. इससे पहले राजधानी दिल्ली में भी सुबह 5.37 बजे के करीब भूकंप आया था. झटके इतने तेज थे कि इमारतें हिलने लगीं और लोग अपने घरों से बाहर निकल गए थे. राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के अनुसार, तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.0 मापी थी. इसका केंद्र जमीन से महज पांच किलोमीटर की गहराई पर, 28.59 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 77.16 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था. भूकंप की कम गहराई और इसका केंद्र दिल्ली में होने के कारण, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में इसका अधिक प्रभाव महसूस किया गया. काफी समय बाद भूकंप का केंद्र दिल्ली में आया, जिससे यहां के लोगों को काफी देर तक झटके महसूस हुए.

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में भूकंप के झटके
23 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में रविवार शाम करीब 8.47 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.8 मापी गई. भूकंप का केंद्र कुपवाड़ा बताया गया था. हालांकि इस भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं हुई थी. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, यह भूकंप शाम करीब 8:47 बजे आया और इसकी गहराई 10 किलोमीटर के आसपास थी. रविवार को ही यूपी के गाजियाबाद में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. गाजियाबाद में महसूस किए गए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.8 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार इस भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में था.

दिल्ली में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके
इससे पहले 24 फरवरी को दिल्ली-एनसीआर में हल्के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. दिल्ली-एनसीआर में सोमवार दोपहर 11.40 के आसपास आया था और भूकंप की तीव्रता 3.3 दर्ज की गई थी. अधिकारियों ने बताया था कि इस क्षेत्र में हर दो से तीन साल में हल्के झटके महसूस होते रहते हैं। इससे पहले, 2015 में यहां 3.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किए गए थे.

क्यों आते हैं भूकंप?
भूकंप वैज्ञानिकों के अनुसार, हमारी धरती की सतह मुख्य रूप से सात बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से बनी है. ये प्लेट्स लगातार हरकत करती रहती हैं और अक्सर आपस में टकराती हैं. इस टक्कर के परिणामस्वरूप प्लेट्स के कोने मुड़ सकते हैं और अत्यधिक दबाव के कारण वे टूट भी सकती हैं. ऐसे में, नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर फैलने का रास्ता खोजती है और यही ऊर्जा जब जमीन के अंदर से बाहर आती है, तो भूकंप आता है.

आज आए बंगाल और ओडिशा में भूकंप
ओडिशा के कई शहरों में मंगलवार सुबह लोगों ने भकूंप के झटके महसूस किए. झटका इतना जोरदार था कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. सुबह करीब 6:10 बजे पुरी, बरहामपुर, बालासोर और भुवनेश्वर में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए. भूकंप का केंद्र अक्षांश 19.52 डिग्री उत्तर और देशांतर 88.55 डिग्री पूर्व पर था. ओडिशा के अलावा, पश्चिम बंगाल और पड़ोसी देश बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में भी इसी तरह के झटके महसूस किए गए. भूकंप के बाद लोग दहशत में हैं. हालांकि किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं है. नेशनल सेंटर फॉर सिसमोलॉजी पर दर्ज जानकारी के मुताबिक भूकंप का केंद्र पुरी से 286 किमी और बरहामपुर से 394 किमी दूर था. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.1 मापी गई और इसका केंद्र बंगाल की खाड़ी में था. यह झटके सुबह 6:10 बजे आए, जब ज्यादातर लोग अपने घरों में थे.

Location :

Delhi,Delhi,Delhi

First Published :

February 25, 2025, 12:07 IST

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