Pope Francis: कैथोलिक चर्च के वैश्विक प्रमुख पोप फ्रांसिस की हालत इन दिनों बेहद गंभीर है. 88 साल के पोप फ्रांसिस के दोनों फेफड़ों में निमोनिया की समस्या हो गई थी. वर्तमान में उन्हें अस्पताल की ओर से छुट्टी दे दी गई है. वह फिलहाल वेटिकन सिटी में हैं और वहीं स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. बता दें कि पोप फ्रांसिस का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने एक बड़ा चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि पोप की मेडिकल टीम ने उनका इलाज रोकने के लिए कहा था ताकि वह शांति से मर सकें.
इलाज रोकने पर किया विचार
इतालवी अखबार 'डेली सेरा' से बातचीत में रोम के जैमिली अस्पताल के डॉक्टर सर्जियो अल्फिएरी ने बताया कि 28 फरवरी 2025 को पोप को सांस लेने में परेशानी हुई और उन्होंने अपनी उल्टी को वापस अंदर ले लिया. अल्फिएरी ने कहा,' हमें यह चुनना था कि उन्हें जानें दें या फिर उन्हें और मजबूर करें या सभी संभव दवाओं और उपचारों के साथ उन्हें बचाने की कोशिश करें, जिससे उनके शरीर के बाकी अंगों को नुकसान पहुंच सकता है. अंत में हमनें पोप को बचाने का रास्ता चुना.'
हेल्थ पर दिया जा रहा अपडेट
डॉक्टर अल्फिएरी ने बताया कि पोप का इलाज जारी रखने का फैसला उनके नर्स मैसिमिलियानो स्ट्रैपेटी ने लिया. उन्होंने अल्फिएरी से कहा,' सबकुछ आजमा लो, लेकिन हम हार नहीं मानेंगे.' पोप फ्रांसिस 38 दिनों तक अस्पताल में रहे थे. 23 मार्च 2025 को वे अस्पताल से बाहर आ गए थे. अल्फिएरी ने बताया कि पोप फ्रांसिस की हेल्थ पर लगातार अपडेट दिया जा रहा है. इसके लिए खुद पोप ने ही बोला था.
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काम पर लौटे पोप
वेटिकन के मुताबिक पोप फ्रांसिस कासा सांता मार्टा स्थित अपने निवास पर लौट आए हैं. यहां उन्हें सांस से जुड़ी फिजियोथेरेपी समेत उपचार मिलेगा. पोप धीरे-धीरे अपने काम पर लौट चुके हैं. उन्होंने कुछ कामों को शुरु भी कर दिया है और कई डॉक्यूमेंट्स पर हस्ताक्षर भी किए. डॉक्टरों ने पोप को ऑक्सीजन थेरेपी समेत 24 घंटे चिकित्सा सहायता और इमरजेंसी में भी सहायता लेने के लिए कहा है.