Last Updated:March 26, 2025, 14:18 IST
Rahul Gandhi: राहुल गांधी ने लोकसभा में सरकार पर लोकतंत्र कमजोर करने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें बोलने नहीं दिया जाता. उनके बयान से संसद में हंगामा हुआ और विपक्ष ने समर्थन में नारेबाजी की.

हाइलाइट्स
राहुल गांधी ने सरकार पर लोकतंत्र कमजोर करने का आरोप लगाया.स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी को आचरण सुधारने की चेतावनी दी.राहुल गांधी के बयान से संसद में हंगामा और नारेबाजी हुई.नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र के दौरान लोकसभा में आज खूब हंगामा देखने को मिला. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में खूब हुंकार भरी. उन्होंने सत्ता पक्ष पर अपनी आवाज दबाए जाने का गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि लोकसभा में उन्हें बोलने नहीं दिया जाता है. हालांकि, स्पीकर ने भी उन्हें अच्छे से सुनाया और कहा कि आप नियम के अनुसार आचरण रखिए.
लोकसभा में बुधवार को राहुल गांधी ने कहा, ‘जब भी मैं खड़ा होता हूं, मुझे बोलने नहीं दिया जाता. पता नहीं यह सदन कैसे चल रहा है. राहुल गांधी ने सरकार पर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष के लिए कोई जगह नहीं छोड़ी गई है.
राहुल ने संसद में क्या कहा
संसद में बजट सत्र के दौरान राहुल गांधी ने कहा, ‘यह एक नया तरीका है जहां केवल सरकार की बात सुनी जाती है. प्रधानमंत्री ने कुंभ मेले का जिक्र किया, मैं उस पर बोलना चाहता था. बेरोजगारी जैसे अहम मुद्दे उठाना चाहता था, लेकिन मुझे अनुमति नहीं मिली.’ राहुल गांधी के इस बयान ने संसद में हंगामे की स्थिति पैदा कर दी. विपक्ष ने उनके समर्थन में नारेबाजी की, जबकि सत्तापक्ष ने इसे महज नाटक करार दिया। यह घटना संसद में बढ़ते तनाव को दर्शाती है.
राहुल गांधी पर क्यों भड़के स्पीकर
इससे पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बुधवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से कहा कि वह सदन के नियमों और परंपराओं के अनुरूप आचरण करें और उनसे ऐसी अपेक्षा भी की जाती है. फिलहाल यह पता नहीं चल पाया कि बिरला ने राहुल गांधी के किस आचरण को लेकर यह टिप्पणी की. ओम बिरला ने जब यह टिप्पणी की तो राहुल गांधी सदन में मौजूद थे.
स्पीकर ने आखिर क्या कहा
लोकसभा अध्यक्ष ने शून्यकाल के दौरान कहा, ‘सदन के सदस्यों से अपेक्षा की जाती है कि वे सदन की मर्यादा और शालीनता के उच्च मादपदंडों को बनाए रखें. मेरे संज्ञान में कई ऐसी घटनाएं आई हैं कि सदस्यों के आचारण सदन की उच्च परंपराओं और मापदंडो के अनुरूप नहीं हैं.’ उन्होंने कहा, ‘इस सदन में पिता-पुत्री, मां-बेटी और पति-पत्नी सदस्य रहे हैं. इस परिप्रेक्ष्य में नेता प्रतिपक्ष से अपेक्षा है कि वह नियम 349 के तहत पालनीय नियमों के अनुसार सदन में आचारण- व्यवहार करें.’
ओम बिरला ने किया सावधान
ओम बिरला का कहना था कि विशेष रूप से सदन में नेता प्रतिपक्ष से अपेक्षा की जाती है कि वह (उपयुक्त) आचरण रखें. इस पर कांग्रेस के सदस्यों ने कुछ कहने का प्रयास किया, हालांकि बिरला ने दोपहर करीब एक बजे सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. बता दें कि संसद में अभी बजट सत्र का दूसरा चरण चल रहा है.
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Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
March 26, 2025, 13:51 IST