Chai wali didi Howrah: हावड़ा की पियाली घोषाल ने अपनी चाय की दुकान ‘द अमो चाय’ से समाज की परवाह किए बिना एक नई पहचान बनाई. कम कीमत पर चाय बेचना, पियाली के संघर्ष और इरादे को साबित करता है.
News18 हिंदीLast Updated :December 3, 2024, 14:51 ISTWritten byShikhar Shukla
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हावड़ा के अंकरहाटी में पियाली दी की चाय की दुकान ‘द अमो चाय एंड मोर फ्रॉम घोषल किचन’ ने कुछ ही दिनों में सोशल मीडिया पर धमाल मचाया. शाम के समय पियाली दी की दुकान पर लोगों का हुजूम रहता है. एक युवा महिला, जो चाय बेचने का काम करती है. लोग यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि हावड़ा की पापिया ने यह कदम क्यों उठाया. वहीं, चाय बेचने के इस काम में पियाली को कई तरह की ताने भी सुनने को मिलते हैं.
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हावड़ा के असुतोष कॉलेज की पूर्व छात्रा पियाली घोषाल ने चाय को अपने छोटे बजट वाले व्यापार का हिस्सा बनाया. उन्होंने अपनी दुकान का नाम ‘द अमो चाय’ रखा, जो रूसी में "आई लव टी" का मतलब है.
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चाय के लिए उन्होंने कीमत को बहुत कम रखा, कार्डमम चाय की शुरुआत सिर्फ 7 रुपये से होती है. बाद में उन्होंने ‘वायरल चाय दीदी’ के रूप में अन्य व्यंजन भी अपने मेनू में जोड़े.
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2015 में ग्रेजुएशन के बाद पियाली ने स्कूल में नौकरी शुरू की थी. साथ ही मॉडलिंग भी करती रहीं. कुछ सालों बाद महसूस हुआ कि यह दोनों कार्य मेल नहीं खा रहे हैं. फिर 2018 में उन्होंने एविएशन मैनेजमेंट का कोर्स किया और एयरलाइंस कंपनियों में नौकरी के लिए आवेदन किया.
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2020 में कतर एयरवेज ने उनका चयन किया, लेकिन लॉकडाउन के कारण उनका जॉइनिंग का सपना टूट गया. इसके बाद पियाली के लिए कठिन समय आया, जब उनके पिता का निधन हो गया. इस कठिन वक्त में उन्होंने परिवार की देखभाल करने के लिए चाय की दुकान शुरू की.
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पियाली ने बताया कि क्यों उन्होंने अपने पिछले व्यवसायों को छोड़ा. वह एक मिडल क्लास परिवार से हैं, और समाज ने एक लड़की के लिए चाय की दुकान खोलने को सही नहीं समझा. बावजूद इसके, पियाली ने समाज की परवाह किए बिना अपनी इच्छा शक्ति के साथ हावड़ा में चाय की दुकान खोलने का निर्णय लिया.