Last Updated:August 23, 2025, 13:37 IST
Fertilizers Crisis : यूपी में किसानों के सामने उर्वरक की कमी की खबरें आने के बाद सरकार ने इसकी उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है. सरकार ने यह भी बताया है कि कितने उर्वरक का भंडार है...और पढ़ें

नई दिल्ली. यूपी के तमाम जिलों में खाद के लिए लगी लंबी लाइनों और किसानों की किल्लत की शिकायतों के बीच सरकार ने बताया है कि उनके पास कितना बड़ा भंडार है और किस कीमत पर किसानों को खाद उपलब्ध कराई जा रही है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे किसानों के लिए उर्वरक का पर्याप्त भंडार बनाए रखें और उन्हें कोई भी कमी नहीं होनी चाहिए.
सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राज्य के हर डिविजन में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक का भंडार है. सरकार का यह बयान ऐसे समय में आया है जब प्रदेश के तमाम हिस्सों की खाद की सप्लाई कम होने की खबरें आ रही थी. यूपी के कृषि विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सरकार ने ब्लैक मार्केटिंग पर पूरी तरह शिकंजा कसा जा चुका है और उर्वरक वितरण पर लगातार निगरानी की जा रही है.
यूपी में कितना भंडार
कृषि विभाग ने बताया कि राज्य सरकार के पास हर तरह के उर्वरक का बड़ा भंडार है. सरकार के पास यूरिया का भंडार करीब 5.95 लाख टन का है तो डाईअमोनिया फॉस्फेट यानी डीएपी का भंडार करीब 3.91 लाख टन का है. नाइट्रोजन फॉस्फोरस पोटैशियम यानी एनपीके का भंडार भी करीब 3.01 लाख टन का है. इतना भंडार खरीफ की फसलों के लिए पर्याप्त है. सरकार भी उर्वरक के वितरण और भंडारण पर हमेशा निगरानी करती है.
क्या है उर्वरक की कीमत
सरकार ने बताया कि यूरिया की वास्तविक कीमत तो 2,174 रुपये प्रति बोरी है, लेकिन सब्सिडी के तहत किसानों को महज 266.50 रुपये में एक बोरी यूरिया दी जाती है. उर्वरक की उपलब्धता और सिंचाई की सही सुविधा की वजह से यूपी का खाद्यान्न उत्पादन बढ़कर 737 लाख मीट्रिक टन पहुंच गया है. सपा सरकार के समय प्रदेश की जीडीपी में कृषि उत्पादों की हिस्सेदारी 2 लाख करोड़ की थी, जो अब बढ़कर 7 लाख करोड़ रुपये हो गई है.
सीमा पर रखी जा रही नजर
यूपी के कृषि विभाग का कहना है क प्रदेश की सीमाओं पर भी नजर रखी जा रही है, ताकि हमारे यहां से उर्वरक की स्मगलिंग दूसरे राज्यों में न होने पाए. उर्वरक की ब्लैक मार्केटिंग पर भी अधिकारियों की नजर है और किसानों को फर्टिलाइर्ज की उपलब्धता मुहैया कराने के भी हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही इस बात पर भी नजर रखी जा रही है कि किसानों को सब्सिडी का फायदा भी समय पर मिल सके.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
और पढ़ें
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 23, 2025, 13:37 IST