Last Updated:October 21, 2025, 13:53 IST
Bir Billing Paragliding Accident: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के बीड़ बिलिंग को पैराग्लाइडिंग के जाना जाता है. हालांकि, यहां पर लगातार उड़ान के बाद हादसे हो रहे हैं. ताजा मामले में कनाडा की महिला पायलट की धौलाधार में पैराग्लाइडिंग हादसे में मौत हो गई. रेस्क्यू में हेलीकॉप्टर का सहारा लिया गया.

धर्मशाला. हिमाचल प्रदेश की चर्चित पैराग्लाइडिंग साइट बीड़ बिलिंग से उड़ाने भरने वाले कनाडा की 27 साल की पायलट की मौत हो गई है. सोमवार को महिला पायलट का शव रेस्क्यू किया गया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में हेलीकॉप्टर की मदद भी ली गई. वहीं, टीम के एक मैंबर ने तो शव के पास ही रात गुजारी. फिलहाल, कनाडा की महिला पायलट के शव को टांडा मेडिकल कॉलेज में रखा गया.
जानकारी के अनुसार, कांगड़ा की बीड़ बिलिंग घाटी से कनाडाई पैराग्लाइडर मेगन एलिज़ाबेथ ने 19 अक्तूबर को अकेले उड़ान भरी थी. इस दौरान मेगन एलिज़ाबेथ का पैराग्लाइडर धौलाधार रेंज में ट्रियुंड की पहाड़ियों में क्रेश हो गया. इस दौरा मेगन एलिज़ाबेथ की तलाश में सर्च टीम और हेलीकॉप्टर की मदद ली गई थी.
कांगड़ा की एडीएम शिल्पी बैक्टा ने बताया कि विदेशी पैराग्लाइडर पायलट ने बीड़ बिलिंग से उड़ान भरी थी, लेकि इस दौरान वह रास्ता भटक गई हैं और धौलाधार की पहाड़ियों में खो गई. इस बीच उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए अपनी रेस्क्यू टीम को आदी हिमानी चामुंडा की पहाड़ियों की ओर रवाना कर दिया था और दिन के उजाले में हेलीकॉप्टर की भी मदद ली गई थी. हालांकि रेस्क्यू ऑपरेशन बेहद कठिन था, मगर कड़ी मशक्कत के बाद उस महिला को टीम ने ढूंढ निकला है. अब शव टांडा मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में रखवा दिया गया है., उन्होंने कहा कि क्योंकि ये सोलो फ्लाइंग थी तो इसमें मामला दर्ज करके तफ्तीश की जाएगी.
रेस्क्यू टीम में थे पांच लोग
रेस्क्यू टीम के सदस्य राहुल सिंह को हेलिकॉप्टर के जरिये 19 अक्तूबर को सबसे पहले ऊंची चोटी पर उतारा गया था. इस दौरान राहुल रात को ही 27 वर्षीय कनाडाई महिला पैराग्लाइडर के शव तक पहुँचने में कामयाब रहे. हालांकि, वह अकेले शव को नहीं निकाल सकते थे और ऐसे में वहीं पर रात को रुके. माना जा रहा है कि महिला पायलट मेगन की मौत चोटिल होने और फिर कड़ाके की ठंड होने की वजह से चली गई. क्योंकि घटनास्थल समदंर तल से करीब 3900 की ऊंचाई पर स्थित था.
दिवाली की सुबह प्रशासन ने हेलिकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू दल के पाँच और लोगों को नीचे उतारा और फिर क्रैश साइट से 500 मीटर ऊपर शव को एयरलिफ्टि किया. उधर, प्रशासन की तरफ से हादसे की जानकारी कनाडाई दूतावास को दे दी गई थी. गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में बीते पांच साल में कांगड़ा कुल्लू, और मंडी सहित अन्य स्थानों पर 26 ग्लाइडर हादसे हुए हैं और 12 पायलटों की मौत हुई, इसमें कई विदेशी भी शामिल हैं.
Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...और पढ़ें
Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...
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Location :
Kangra,Kangra,Himachal Pradesh
First Published :
October 21, 2025, 13:53 IST