Agency:Local18
Last Updated:February 24, 2025, 23:42 IST
Love Story: लॉकडाउन के दौरान मोबाइल गेम फ्री फायर खेलते हुए सुब्रत बिस्वास की मुलाकात प्रीति प्रमाणिक से हुई. दोस्ती प्यार में बदली और परिवार की सहमति से शादी हुई.

मोबाइल गेम खेलते-खेलते हुआ प्यार, रचा ली शादी
नादिया के शांतिपुर राधानगर क्षेत्र के सुब्रत बिस्वास की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है. कोरोना लॉकडाउन के दौरान जब दुनिया घरों में कैद थी, तब कई लोग मोबाइल गेम्स की दुनिया में डूब गए. कुछ लोगों ने इससे केवल अपना समय बिताया, तो कुछ ने नुकसान उठाया, लेकिन सुब्रत बिस्वास ने इस गेम से न सिर्फ दोस्ती बल्कि अपना जीवनसाथी भी पा लिया.
लॉकडाउन में बनी दोस्ती, फिर हुआ प्यार
लॉकडाउन के दौरान जब सुब्रत ने फ्री फायर गेम खेलना शुरू किया, तब उनकी मुलाकात गार्डन रीच की रहने वाली प्रीति प्रमाणिक से हुई. गेम के जरिए बातचीत शुरू हुई, फिर दोस्ती में बदली और धीरे-धीरे यह दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई. दोनों एक-दूसरे से घंटों गेम के बहाने बातें करते थे.
आर्थिक स्थिति ने किया संघर्ष को मजबूर
सुब्रत बिस्वास एक मोबाइल की दुकान में काम करते थे, लेकिन कोरोना काल में जब दुकानें बंद हो गईं, तो उनका ध्यान पूरी तरह मोबाइल गेम की तरफ चला गया. दूसरी ओर, प्रीति प्रमाणिक के परिवार की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं थी. उनके पिता वैन चालक थे और घर में एक छोटा भाई और मां थीं. प्रीति उस समय 12वीं कक्षा में पढ़ रही थीं, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह आगे की पढ़ाई जारी नहीं रख सकीं.
परिवार ने किया स्वीकार, प्रेम कहानी पहुंची अंजाम तक
सालों तक प्यार भरी बातचीत के बाद दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया. पहले वे भागकर शादी करने की योजना बना रहे थे, लेकिन परिवार के समझाने पर उन्होंने अपने रिश्ते को घरवालों की सहमति से आगे बढ़ाया. आखिरकार दोनों परिवारों ने इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया और चार हाथ एक हो गए.
अब गेम से दूरी, मगर यादें बरकरार
शादी के बाद सुब्रत और प्रीति अब अपनी नई जिंदगी में व्यस्त हैं. वे कहते हैं कि काम और परिवार की जिम्मेदारियों के चलते अब वे गेम नहीं खेलते, लेकिन यह गेम उनकी जिंदगी का सबसे खास हिस्सा बन चुका है.
First Published :
February 24, 2025, 23:42 IST