अपने देश में धर्म परिवर्तन एक बड़ा मुद्दा है. जब भी ऐसी खबरें आती हैं तो वह राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियां बनती हैं. क्या आप जानते हैं दुनिया में एक देश ऐसा है जहां की आधी जनता मतलब 50 प्रतिशत लोग अपना वो धर्म छोड़ चुके हैं जिसके साथ उनका जन्म हुआ था. प्यू रिसर्च सेंटर ने 36 देशों में व्यापक सर्वे कर कुछ चौंकाने वाली जानकारी दुनिया के सामने रखी है. इससे पता चलता है कि ईसाई और बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग बड़ी संख्या में अपना धर्म छोड़ रहे हैं. हालांकि इस्लाम या हिंदू धर्म में जन्मे लोग सबसे कम धर्म बदलते हैं या नास्तिक हो जाते हैं.
प्यू रिसर्च के मुताबिक दक्षिण कोरिया की 50 फीसदी जनता का कहना है कि अब वे उस धर्म का पालन नहीं करते जिसमें उनका जन्म हुआ था. हालांकि यह समझना महत्वपूर्ण है कि पूर्वी एशिया, पश्चिमी यूरोप, उत्तर - दक्षिण अमेरिका में नास्तिकता या धर्म से दूर होने का चलन बढ़ा है. इन जगहों पर लोग तेजी से धर्म से दूर हो रहे हैं. वे अब खुद को धार्मिक रूप से अलग कर रहे हैं. इसका मतलब है कि वे अब किसी भी धर्म को नहीं मानते हैं. वे न तो उस धर्म को मानते हैं, जिसमें उनका जन्म हुआ और न ही कोई दूसरा धर्म उनके लिए महत्व रखता है.
दक्षिण कोरिया | 50% |
स्पेन | 40% |
कनाडा | 38% |
स्वीडन | 37% |
नीदरलैंड | 36% |
यूके | 36% |
ऑस्ट्रेलिया | 34% |
फ्रांस | 34% |
जर्मनी | 34% |
जापान | 34% |
अमेरिका | 25% |
इटली | 24% |
श्रीलंका | 3% |
भारत | 2% |
बांग्लादेश | 1% से कम |
इस तरह से देखिए तो दुनिया में बड़ी तादाद में धर्म से पलायन ईसाई और बौद्ध धर्म के अनुयायियों में हुआ है. अब टेबल देखिए. दुनियाभर में धर्म से अलग होने वाले लोगों का प्रतिशत कितना है. दक्षिण कोरिया पहले नंबर पर और भारत का नंबर नीचे से दूसरा है.