Last Updated:April 22, 2025, 13:31 IST
America Tariff War : अमेरिका ने दक्षिण एशिया के कुछ देशों पर 3500 फीसदी से भी ज्यादा का टैरिफ लगा दिया है. इन देशों में चीन की कंपनियों ने ही अपने उत्पादन इकाई लगा रखे हैं और सोलर उपकरणों के आयात पर यह टैरिफ ...और पढ़ें

अमेरिका ने सोलर पैनल के आयात पर टैरिफ और बढ़ा दिया है.
हाइलाइट्स
अमेरिका ने सोलर उपकरणों पर 3521% तक टैरिफ लगाया.कंबोडिया, थाईलैंड, मलेशिया, वियतनाम प्रभावित.चीन-अमेरिका में टैरिफ को लेकर खींचतान जारी.नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस कदर सुरक्षावाद से घिर गए हैं कि अब वह दूसरे देशों से आने वाले सामानों पर अनाप-शनाप टैरिफ ठोकना शुरू कर दिए हैं. अभी तक सिर्फ चीन पर ही 100 और 200 फीसदी का टैरिफ लगाता रहा है, लेकिन अब तो हद ही हो गई. अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने चार दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से आयात होने वाले सोलर पैनलों पर 3,521% तक शुल्क लगाने की घोषणा कर दी है.
अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने एक साल पहले पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के समय ही इसकी जांच शुरू कर दी थी. उन्हें शिकायत मिली थी कि कुछ देशों से आने वाले सस्ते सोशल उपकरणों की वजह से घरेलू विनिर्माताओं को नुकसान हो रहा है. अब घरेलू उत्पादकों की सुरक्षा के लिए कंबोडिया, थाईलैंड, मलेशिया और वियतनाम की कंपनियों को लक्ष्य बनाया गया है. इन देशों से आने वाले सोलर उपकरणों पर अमेरिकी सरकार ने 3,521 फीसदी का आयात शुल्क लगा दिया है.
कुछ कंपनियों पर ज्यादा तो कुछ पर कम
अमेरिका ने इस टैरिफ को एंटी डंपिंग ड्यूटी के रूप में लगाया है, जो कुछ कंपनियों पर ज्यादा है तो कुछ पर कम टैरिफ लगा है. कंबोडिया में कुछ सोलर उपकरण निर्यातकों को सबसे अधिक 3,521% की ड्यूटी का सामना करना पड़ता है, क्योंकि वाणिज्य विभाग की जांच में सहयोग की कमी देखी गई थी. मलेशिया में चीनी निर्माता जिंको सोलर द्वारा बनाए गए उत्पादों पर सबसे कम 41% से थोड़ी अधिक ड्यूटी लगाई गई है. एक अन्य चीन आधारित कंपनी ट्रिना सोलर को थाईलैंड में बनाए गए उत्पादों के लिए 375% की टैरिफ का सामना करना पड़ता है.
चीन के पीछे पड़ा है अमेरिका
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में भी चीन पर टैरिफ लगाया था और तब चीनी कंपनियों ने इससे बचने के लिए अपने कई कारोबार को दक्षिण पूर्व एशिया में ट्रांसफर कर दिया था. मामले की जांच कर रही अमेरिकी एजेंसी के प्रमुख वकील टिम ब्राइटबिल का कहना है कि यह टैरिफ एक निर्णायक जीत है, जो पुष्टि करता है कि चीन में मुख्यालय वाली सोलर कंपनियां सिस्टम को धोखा दे रही हैं. अमेरिका ने साल 2023 में चार देशों से 12 अरब डॉलर (1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा) का सोलर उपकरण आयात किया था.
चीन-अमेरिका में चल रही खींचतान
अमेरिका के टैरिफ लगाने के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वियतनाम, मलेशिया और कंबोडिया का दौरा किया था. अभी तक ट्रंप ने चीन से आयात पर 145 फीसदी का टैरिफ लगाया है, जो पहले से लगाए टैरिफ को जोड़कर 245 फीसदी पहुंच जाएगा. इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिकी उत्पादों पर 125 फीसदी का टैरिफ लगाया है और आगे भी न झुकने का ऐलान किया है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
April 22, 2025, 13:31 IST