Last Updated:April 13, 2025, 10:36 IST
India Strategy to Counter China: भारत, चीन को अफ्रीका में शिकस्त देने की तैयारी में है. नौसेना प्रमुख त्रिपाठी तंजानिया यात्रा पर हैं. 13-18 अप्रैल को AIKEYME अभ्यास होगा, जिसमें कई अफ्रीकी देश शामिल होंगे.

भारत अफ्रीकी देशों के साथ एक बड़ा अभ्यास कर रहा है.
हाइलाइट्स
भारत, चीन को अफ्रीका में शिकस्त देने की तैयारी में है.नौसेना प्रमुख त्रिपाठी तंजानिया यात्रा पर हैं.AIKEYME अभ्यास 13-18 अप्रैल को आयोजित होगा.India Strategy to Counter China: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वार से पस्त चीन को भारत भी शिकस्त देने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए भारत, चीन या अमेरिका की धरती नहीं बल्कि अफ्रीका से लगे समुद्री इलाके में बड़े खेल की तैयारी चल रही है. इसी संदर्भ में नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी 12 से 16 अप्रैल तक तंजानिया की आधिकारिक यात्रा पर हैं. इस यात्रा का उद्देश्य भारत और तंजानिया के बीच समुद्री सहयोग और रणनीतिक संबंधों को मजबूत करना है. यह भारत की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें हिंद महासागर क्षेत्र में रक्षा साझेदारी बढ़ाने पर जोर दिया गया है. इस दौरान 13 अप्रैल 2025 को दार-एस-सलाम में भारत और तंजानिया पीपुल्स डिफेंस फोर्स की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित पहले बड़े बहुपक्षीय अभ्यास अफ्रीका इंडिया मैरीटाइम एंगेजमेंट (AIKEYME) का उद्घाटन होगा.
13 से 18 अप्रैल तक छह दिनों के लिए AIKEYME आयोजित होगा. इसमें अफ्रीकी देशों कोमोरोस, जिबूती, केन्या, मेडागास्कर, मॉरीशस, मोजाम्बिक, सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका के साथ-साथ भारत और तंजानिया हिस्सा लेंगे. भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस चेन्नई (डिस्ट्रॉयर) और आईएनएस केसरी 10 और 11 अप्रैल को दार-एस-सलाम पहुंचे. AIKEYME का उद्घाटन समारोह इन जहाजों पर ही होगा. जहाजों का स्वागत तंजानिया के अधिकारियों और संपर्क टीम ने किया.
अमेरिका के साथ टैरिफ वार में झुलसा चीन अफ्रीकी देशों में बड़ा निवेश कर रहा है. वह अपनी रोड एंड बेल्ट इनेशिएटिव के जरिए वहां पर काफी पैसे खर्च कर रहा है. उसने वहां के कई खदानों को खरीद लिया है. उसने अफ्रीकी देशों को उनके विकास कार्यों के लिए बड़ा कर्ज भी दिया है. ऐसे में भारत की अफ्रीकी देशों के साथ लाने की ये कोशिश काफी मायने रखती है.
रक्षा राज्य मंत्री मुख्य अतिथि
AIKEYME के उद्घाटन समारोह में भारत के रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और तंजानिया के रक्षा मंत्री मुख्य अतिथि होंगे. इस चरण में समुद्री डकैती विरोधी अभियानों और सूचना साझा करने पर केंद्रित टेबल टॉप और कमांड पोस्ट अभ्यास होंगे. इसके अलावा TPDF के साथ मिलकर समुद्री कौशल और व्हिजिट बोर्ड सर्च एंड सीजर (VBSS) अभ्यास में संयुक्त प्रशिक्षण होगा. आपसी भाईचारे को बढ़ाने के लिए खेल आयोजन और योग सत्र भी आयोजित किए जाएंगे. साथ ही स्थानीय लोगों के साथ जुड़ने के लिए भारतीय नौसेना के जहाज हार्बर चरण के दौरान आगंतुकों के लिए खुले रहेंगे.
16 से 18 अप्रैल तक होने वाला समुद्री अभ्यास में भाग लेने वाले देशों के बीच समुद्री सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने पर केंद्रित होगा. इस अभ्यास के माध्यम से भारत और तंजानिया न केवल अपने द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करेंगे, बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए अन्य देशों के साथ भी सहयोग बढ़ाएंगे. यह पहल समुद्री खतरों, जैसे समुद्री डकैती, से निपटने और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
First Published :
April 13, 2025, 10:36 IST