Last Updated:April 14, 2025, 23:27 IST
Pnb Scams: मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया है. CBI और ED उसे भारत लाने की तैयारी में हैं. चोकसी ने रिहाई की अपील की है, लेकिन एजेंसियां प्रत्यर्पण के लिए सबूत पेश कर रही हैं.

मेहुल चोकसी को भारत प्रत्यर्पण करने के लिए जुट गए अफसर.
हाइलाइट्स
भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी बेल्जियम में गिरफ्तार.CBI और ED प्रत्यर्पण के लिए सबूत लेकर बेल्जियम रवाना.चोकसी ने रिहाई की अपील की, स्वास्थ्य का हवाला दिया.पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले का मुख्य आरोपी हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी क्या भारत आएगा? जैसे ही इस बात की खबर भारत को मिली कि मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है, तुरंत सीबीआई और ईडी के अफसरों की बैठक हुई; और उसे भात लाने के लिए अफसरों की एक टीम को तुरंत बेल्जियम रवाना कर दिया गया. भारतीय अधिकारी चोकसी के प्रत्यर्पण पर आगे की कार्रवाई पूरी करेंगे. वे अपने साथ्ज्ञ सबूत भी लेकर गए हैं, और चाहेंगे कि किसी भी कीमत पर चोकसी को जमानत न मिलने पाए. इसलिए कोर्ट में भी दखल देने की तैयारी है.
मेहुल चोकसी को 12 अप्रैल 2025 को एंटवर्प में बेल्जियम पुलिस ने गिरफ्तार किया. यह कार्रवाई भारतीय जांच एजेंसियों के प्रत्यर्पण अनुरोध के बाद हुई. चोकसी 2018 से भगोड़ा था और उसने एंटीगुआ में शरण ले रखी थी. हाल ही में वह स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर बेल्जियम पहुंचा था, जहां वह कथित तौर पर कैंसर का इलाज करवा रहा था. लेकिन भारतीय जांच एजेंसियों की नजर उस पर बनी हुई थी. CBI और ED ने सितंबर 2024 में बेल्जियम सरकार से उसका प्रत्यर्पण मांगा था, जिसके बाद बेल्जियम पुलिस ने उसे हिरासत में लिया. एंटवर्प पुलिस के प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, यह गिरफ्तारी अंतरराष्ट्रीय सेवा और एंटवर्प लोक अभियोजक कार्यालय के निर्णय के बाद हुई, जिसमें विदेशी गिरफ्तारी वारंट को लागू करने योग्य घोषित किया गया था.
CBI-ED की क्या तैयारी
चोकसी की गिरफ्तारी के बाद CBI और ED ने तुरंत अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी. सूत्रों के मुताबिक, दोनों एजेंसियों के मुख्यालय में कई बैठकें हुईं, जिसमें प्रत्येक एजेंसी से 2-3 अधिकारियों को बेल्जियम भेजने का फैसला लिया गया. एक सूत्र ने बताया, बेल्जियम जा रहे CBI और ED के अफसर कानूनी तौर पर जवाब देंगे. वहां बेल्जियम के अफसरों के साथ बात करेंगे. अपनी केस से जुड़ी फाइलों के सभी डॉक्यूमेंट जमा करेंगे, ताकि प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को अंजाम दिया जा सके. अधिकारी चोकसी के खिलाफ सारे सबूत अपने साथ लेकर गए हैं. इनमें PNB घोटाले से जुड़े दस्तावेज, उसकी नीरव मोदी के साथ बातचीत के रिकॉर्ड, और वित्तीय लेनदेन के प्रमाण शामिल हैं. भारतीय टीम हर पहलू पर काम कर रही है ताकि चोकसी प्रत्यर्पण से बचने के लिए कोई कानूनी दांवपेच न कर सके.
चोकसी भी बचने की तैयारी कर रहा
चोकसी ने हार नहीं मानी है. उसने अपनी रिहाई के लिए बेल्जियम में अपील दायर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. उसके वकील विजय अग्रवाल ने सोमवार को बताया, ‘जमानत पर उसकी रिहाई की अपील मुख्य रूप से उनकी चिकित्सा स्थिति पर आधारित होगी. चोकसी कैंसर का इलाज करवा रहे हैं, और हम यह भी तर्क देंगे कि उनके भागने का कोई जोखिम नहीं है.” चोकसी की यह रणनीति नई नहीं है. उसने पहले भी एंटीगुआ में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर भारत लौटने से बचने की कोशिश की थी. लेकिन भारतीय जांच एजेंसियों ने बेल्जियम कोर्ट में तर्क दिया है कि अगर चोकसी एंटीगुआ से बेल्जियम इलाज के लिए जा सकता है, तो वह भारत भी लौट सकता है, जहां उसे बेहतर चिकित्सा सुविधाएं दी जा सकती हैं.
क्या होगा आगे?
चोकसी का प्रत्यर्पण एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है. बेल्जियम की कानूनी प्रणाली में उसकी अपील पर विचार होगा, जिसमें उसकी स्वास्थ्य स्थिति और भागने के जोखिम जैसे पहलुओं पर बहस होगी. लेकिन CBI और ED की मजबूत तैयारी और सबूतों को देखते हुए भारत के पक्ष में फैसला आने की संभावना है. अगर चोकसी भारत लाया जाता है, तो उसे UAPA और अन्य कानूनों के तहत सजा का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें लंबी जेल या भारी जुर्माने का प्रावधान है.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
April 14, 2025, 23:27 IST