Last Updated:March 06, 2025, 21:25 IST
सोशल मीडिया पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें उन्हें सरकारी निवेश योजना का समर्थन करते दिखाया गया. पीटीआई फैक्ट चेक ने इसे झूठा पाया, वीडियो डिजिटल रूप से बदला गया था.

सोशल मीडिया में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का झूठा वीडियो वायरल हो रहा है.
नई दिल्ली, (पीटीआई फैक्ट चेक) : सोशल मीडिया में एक मशहूर टीवी चैनल का वीडियो शेयर किया गया, जिसमें यूजर्स ने दावा किया कि वीडियो में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक गवर्नमेंट सेविंग स्कीम का प्रचार कर रही हैं. हालांकि, पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क ने जब जांच की तो पाया कि यह दावा झूठा है. वित्त मंत्री ने इस स्कीम का समर्थन नहीं किया. धोखाधड़ी करने वालों ने इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देने के लिए उनके वीडियो को गलत तरीके से बदला और उसे सोशल मीडिया में पोस्ट कर झूठा दावा किया.
दावा
एक फेसबुक यूजर ने हाल ही में सीएनएन-न्यूज18 की एक कथित रिपोर्ट का वीडियो साझा किया, जिसमें दावा किया गया कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक सरकारी इन्वेस्टमेंट स्कीम का समर्थन किया है.
वीडियो में सीतारमण को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मैं आपको एक ऑटोमोटिव सिस्टम के बारे में बताने आई हूं जिसे हम पिछले दो सालों से विकसित कर रहे हैं, जो पहले से ही कई भारतीयों को एक्स्ट्रा कमाई के मौके दे रहा है. मैं आपको एक दिन में लाखों कमाने का वादा नहीं कर रही हूं, लेकिन 50,000 रुपये प्रतिदिन कमाना पूरी तरह से सच है, खुद गणित के हिसाब से… बस आपको रजिस्टर करना होगा और खाते में 21,000 रुपये का निवेश करना होगा. उसके बाद आप देखेंगे कि आपका पैसा लगभग हर दिन बढ़ता रहेगा…
यहां पोस्ट का लिंक और आर्काइव लिंक दिया गया है, तथा नीचे स्क्रीनशॉट दिया गया है.
पीटीआई डेस्क ने वीडियो को InVid टूल के ज़रिए चलाया और कई कीफ़्रेम निकाले. Google Lens के ज़रिए एक कीफ़्रेम चलाने पर, डेस्क ने पाया कि यूज़र्स ने वही वीडियो शेयर किया था, लेकिन हवाला दिया कि स्कैमर्स ने सीतारमण के वीडियो का दुरुपयोग किया और अवैध योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए इसे AI के साथ डब किया.
ऐसे ही एक यूजर, जिसका नाम वीसी सज्जनार, आईपीएस हैं, उन्होंने एक्स पर वीडियो शेयर किया. कैप्शन में लिखा था: “देखिए कैसे घोटालेबाजों ने हमारे माननीय केंद्रीय वित्त मंत्री @nsitharaman के एक वीडियो का दुरुपयोग किया है और अपनी अवैध योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए इसे AI-जनरेटेड आवाज़ के साथ डब कर रहे हैं. नेटवर्क मार्केटिंग से कोई भी व्यक्ति बिना नुकसान उठाए लाभ नहीं उठा सकता है – यह कठोर सत्य है. अपने करियर की शुरुआत से ही, मैं MLM कंपनियों के खिलाफ़ लगातार लड़ रहा हूं, और AI के दुरुपयोग ने निर्दोष लोगों को ऐसे जाल में फंसने से बचाने के मेरे संकल्प को और मजबूत किया है. ऑनलाइन जो कुछ भी आप देखते हैं, उस पर भरोसा न करें!
पोस्ट का लिंक यहां है , और नीचे स्क्रीनशॉट है
जांच को आगे बढ़ाते हुए और सत्यापन के लिए, डेस्क ने एक कस्टमाइज्ड कीवर्ड सर्च किया, जिससे ऐसी रिपोर्टें मिलीं, जिनमें उल्लेख था कि केंद्रीय मंत्री ने निवेश मंच के बारे में वकालत की थी, लेकिन इससे कोई रिपोर्ट नहीं मिली.
पीटीआई डेस्क ने फिर सीतारमण की तस्वीर वाले कीफ्रेम की रिवर्स इमेज सर्च की. हमें 1 फरवरी, 2025 को डीडी न्यूज द्वारा केंद्रीय बजट पेश करने के बाद सीतारमण की प्रेस कॉन्फ्रेंस की लाइव स्ट्रीम मिली. हमने पूरी 49:44 प्रेस कॉन्फ्रेंस सुनी, लेकिन सीतारमण ने किसी निवेश या ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का जिक्र नहीं किया. इससे सिर्फ यह पता चलता है कि वायरल वीडियो को डिजिटल रूप से बदला गया था.
वीडियो का लिंक यहां है, और नीचे स्क्रीनशॉट है
पड़ताल के अगले हिस्से में हमने निर्मला सीतारमण की आवाज की सत्यता जांचने के लिए AI टूल Resemble Detect का इस्तेमाल किया. स्कैनिंग के बाद मिले नतीजों के हिसाब से वायरल ऑडियो को एडिट किया गया है. यहां लिंक दिया गया है और नीचे नतीजे का स्क्रीनशॉट दिया गया है.
हमने एक और डिटेक्टर टूल, इलेवेनलैब्स का इस्तेमाल किया और वहां मिले नतीजों के मुताबिक, वायरल ऑडियो 97% एडिट किया गया था. नीचे नतीजों का स्क्रीनशॉट है और यहां लिंक दिया गया है .
इसके बाद, डेस्क ने निष्कर्ष निकाला कि केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण के वीडियो को डिजिटल रूप से बदल दिया गया है क्योंकि उन्होंने किसी भी सरकारी निवेश योजना का समर्थन नहीं किया है.
दावा
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकारी निवेश योजना का समर्थन किया.
तथ्य
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण के वीडियो को डिजिटल रूप से बदल दिया गया है, क्योंकि उन्होंने किसी भी सरकारी निवेश योजना का समर्थन नहीं किया है.
निष्कर्ष
हाल ही में एक प्रमुख अंग्रेजी समाचार प्रसारक की कथित समाचार रिपोर्ट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया, जिसमें दावा किया गया कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक सरकारी निवेश योजना का समर्थन किया है. अपनी जांच में, डेस्क ने पाया कि मंत्री द्वारा ऐसा कोई समर्थन नहीं किया गया था और उनकी अवैध योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए वीडियो को डिजिटल रूप से बदल दिया गया है.
This story was originally published by www.ptinews.com and translated by hindi.news18.com as part of the Shakti Collective.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
March 06, 2025, 21:24 IST