नाहन. हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में यमुना नदी में लापता युवती की बॉडी चार दिन बाद बरामद हो गई है. शुक्रवार को चौथे दिन यमुना नदी में गोताखोरा ने सर्च ऑपरेशन चलाया और मोहिनी को नदी से निकाला. बाद में शुक्रवार रात को ही युवती के शव का अंतिम संस्कार करने की कोशिश की गई और यहां पर बवाल हो गया. उधर, युवती की मौत के बाद अब यमुना नदी अपने साथ कई सवाल बहा ले गई है.
जानकारी के अनुसार, पांवटा साहिब में यमुना नदी में मंगलवार को एक युवती नदी में कूद गई थी. इस दौरान युवती ने नदी के किनारे पर अपनी चपलें, गले की चैन और पत्थरों पर लिखा था सॉरी मॉम. शुरू में युवती की पहचान नहीं हो पाई थी. चार दिन तक सर्च ऑपरेशन चलता रहा और इस दौरान युवती के पिता और परिवार भी मौके पर पहुंचे थे. शुक्रवार को एनडीआरएफ टीम को भी मौके पर बुलाया गया था, मगर, एनडीआरएफ के एक्शन से पहले स्थानीय गोताखोरों ने लाश को निकाल लिया.
मृतका की पहचान मोहिनी (18) पुत्री विनोद कुमार निवासी आगरा, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है. उनके पिता पावंटा में कंपनी ने नौकरी करते थे. युवती भी यहीं पर एक दुकान में काम करती थी. लेकिन उनकी मौत अब पहले बन गई है. यमुना नदी अब कई सवाल अपने साथ ले गई है. शुक्रवार को तहसीलदार पांवटा ऋषभ शर्मा ने बताया कि पांवटा साहिब में चार दिन पहले एक युवती ने यमुना नदी के गहरे पानी में छलांग लगा दी थी. स्थानीय पुलिस और स्थानीय गोताखोर लगातार युवती को खोजने का प्रयास कर रहे. पुलिस ने उत्तराखंड से एनडीआरएफ की टीम को युवती को ढूंढने के लिए बुलाया था.
अब मामला हुआ संदिग्ध
इस मामले में युवती की बहन ने बड़े आरोप लगाए हैं. शुक्रवार को अंतिम संस्कार के दौरान बहन ने मीडिया से कहा कि घटना के बाद दुकान मालिक उनके घर पर आए थे और मोहिनी के बैग की तलाशी ली थी. उसमें एक नोट भी मिला था, जिसमें किसी युवक का नाम लिखा था. उन्होंने कहा कि यह नोट दुकानदार ले गया था. अब जब उन्होंने दुकान मालिक से नोट के बारे में पूछा तो वह मुकर गए. अब बहन के बयानों से यह पूरा मामला संदिग्ध हो गया है. इस केस में सबसे बड़ा सवाल यह है कि मोहिनी ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया, जबकि वह हंसी खुशी अपने परिवार के साथ रह रही थी. आखिरकार उसके साथ ऐसा क्या हो रहा था. क्यों युवती आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर हो गई.
Tags: Yamuna River
FIRST PUBLISHED :
November 30, 2024, 11:44 IST