हवा में पेट्रोल पंप बनाती हैं ये कंपनियां! भारतीय सेना भी कर रही तलाश

5 hours ago

Last Updated:June 30, 2025, 12:55 IST

Air to Air Refueling Companies : भारतीय वायु सेना हवा में ही लड़ाकू विमानों में ईंधन भरने वाली कंपनियों की तलाश कर रही है. इसके लिए जल्‍द ही एक बोली भी मंगाने वाली है. दुनिया की कौन कौन सी कंपनियां हैं, जो इस त...और पढ़ें

हवा में पेट्रोल पंप बनाती हैं ये कंपनियां! भारतीय सेना भी कर रही तलाश

हवा में ईंधन भरने की प्रकिया काफी जटिल होती है.

हाइलाइट्स

भारतीय वायु सेना हवा में ईंधन भरने वाली कंपनियों की तलाश में है.Cobham plc और Eaton Corporation प्रमुख कंपनियां हैं.हवा में ईंधन भरने का बाजार 2025 तक 1 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है.

नई दिल्‍ली. खबर है कि भारतीय वायु सेना ऐसी कंपनियों की तलाश कर रही है, जो हवा में ही उसके विमानों में ईंधन भरने काम कर सके. इसके लिए जल्‍द ही एयरफोर्स एक बोली भी आमंत्रित करने जा रही है, जिसमें इस तरह की सेवा उपलब्‍ध कराने वाली दुनियाभर की कंपनियां बोली लगा सकेंगी. लेकिन, क्‍या आपको पता है कि दुनिया की कौन-कौनसी कंपनियां हैं, जो हवा में ही पेट्रोल पंप लगा देती हैं और विमानों में ईंधन भरने का काम करती हैं.

दरअसल, हवा में ईंधन भरने की प्रक्रिया एक विमान से दूसरे विमान में ईंधन स्थानांतरित करने की विधि है. ईंधन स्थानांतरित करने वाले विमान को टैंकर कहा जाता है, जबकि ईंधन प्राप्त करने वाले विमान को रिसीवर कहा जाता है. यह प्रक्रिया मुख्य रूप से सेना की आरे से ही अपनाई जाती है. हवा में ईंधन भरने की प्रक्रिया में मुख्य रूप से दो सिस्‍टम काम करते हैं. प्रोब-एंड-ड्रोग सिस्टम और बूम रिफ्यूलिंग सिस्टम. प्रोब-एंड-ड्रोग सिस्टम में एक रिफ्यूलिंग होज, होज-एंड कपलिंग और एक ड्रोग शामिल होता है.

1 अरब डॉलर का है बाजार
हवा में ईंधन भरने का बाजार साल 2020 में करीब 50.1 करोड़ डॉलर का था, जो साल 2025 तक बढ़कर एक अरब डॉलर तक पहुंच गया है. इस दौरान बिजनेस में सालाना 11 फीसदी से भी ज्‍यादा का ग्रोथ दिखा है. हवा में ईंधन भरने के बाजार की वृद्धि मुख्य रूप से विभिन्न देशों के लड़ाकू विमानों की बढ़ती मांग और सैन्य खर्च के कारण हो रहा है. इस सुविधा का ज्‍यादातर इस्‍तेमाल सेना की ओर से लड़ाकू विमानों में ईंधन भरने के लिए किया जाता है.

इस सेक्‍टर की दिग्‍गज कंपनियां

Cobham plc : यूके की यह कंपनी हवा में ईंधन भरने के बाजार की सबसे बड़ी खिलाड़ी है. इस कंपनी ने मई 2020 में ब्रिटिश एयरोस्पेस और रक्षा कंपनी Tods Aerospace की Cropmead सुविधा का अधिग्रहण किया, ताकि अपने मुख्य एयरोस्पेस और रक्षा व्यवसाय को मजबूत कर सके. Eaton Corporation : यह अमेरिकी कंपनी हवा में ईंधन भरने के मामले में दूसरे स्थान पर है. कंपनी ने अपने ग्राहकों से दीर्घकालिक अनुबंध प्राप्त करके अपनी क्षमताओं का विस्तार किया है. फरवरी 2021 में इसने Cobham Mission Systems (जो मुख्य रूप से रक्षा बाजारों के लिए हवा में ईंधन भरने की प्रणालियों, पर्यावरण प्रणालियों और एक्टुएशन का निर्माण करने वाली प्रमुख निर्माता है) का अधिग्रहण किया था. Airbus : नीदरलैंड्स की यह कंपनी अपने ग्राहक आधार को बढ़ाने के लिए नए उत्पाद के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है. अप्रैल 2020 में Airbus ने बूम सिस्टम के साथ पहली बार ऑटोमेटिक हवा में ईंधन भरने (A3R) का ऑपरेशन हासिल किया. कंपनी ने अटलांटिक महासागर के ऊपर किए गए उड़ान परीक्षण अभियान में Airbus टैंकर ने पुर्तगाली वायु सेना के एक F-16 लड़ाकू विमान में हवा में ही ईंधन भरा था.

Pramod Kumar Tiwari

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...

और पढ़ें

Location :

New Delhi,Delhi

homebusiness

हवा में पेट्रोल पंप बनाती हैं ये कंपनियां! भारतीय सेना भी कर रही तलाश

Read Full Article at Source