Agency:News18Hindi
Last Updated:February 24, 2025, 23:44 IST
Hyperloop Track Video: भारत की पहली हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक अब पूरी तरह से तैयार हो गई है. इस हाइपरलूप में ट्रेनें 1100 किलोमीटर की रफ्तार से चलेंगी, जबकि बुलेट ट्रेन की अधिकतम स्पीड 450 KM/h होती है.

रेल मंत्रालय ने इस हाइपरलूप ट्रैक का वीडियो शेयर किया है.
हाइलाइट्स
भारत का पहला हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक तैयार हुआ.हाइपरलूप की स्पीड 1100 KM/h होगी.IIT मद्रास ने 410 मीटर लंबा ट्रैक बनाया.नई दिल्ली. भारत के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में एक बड़ी क्रांति आने वाली है. देश की पहली हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक अब पूरी तरह से तैयार हो गई है. इसका वीडियो रेल मंत्रालय ने सोमवार को शेयर किया, जिससे यह साफ हो गया कि भारत में हाई-स्पीड ट्रांसपोर्ट सिस्टम की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ चुका है.
इस हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक को IIT मद्रास ने तैयार किया है. यह ट्रैक 410 मीटर लंबा है और इसे IIT मद्रास परिसर में ही बनाया गया है. इस परियोजना को पूरा करने के लिए भारतीय रेलवे ने आर्थिक मदद दी है.
क्या है हाइपरलूप?
हाइपरलूप एक ऐसी भविष्य की तकनीक है, जिसमें ट्रेन को एक खास ट्यूब (Vacuum Tube) में हाई-स्पीड पर चलाया जाता है. इस तकनीक की मदद से यात्रियों को बहुत तेज और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा. ट्रायल सफल रहने पर यह तकनीक भारत के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को पूरी तरह बदल सकती है.
भारत के पहले Hyper Loop का Test Track Trial हुआ पूरा
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— CNBC-AWAAZ (@CNBC_Awaaz) February 24, 2025
बुलेट ट्रेन से भी ज्यादा रफ्तार
इस हाइपरलूप में ट्रेनें 1100 किलोमीटर की रफ्तार से चलेंगी, जबकि बुलेट ट्रेन की अधिकतम स्पीड 450 KM/h होती है. इसके जरिये यात्रियों को महज 30 मिनट में पूरी करने की सुविधा मिल सकती है. इसका मतलब यह हुआ कि अगर यह तकनीक देशभर में लागू होती है, तो दिल्ली से जयपुर या मुंबई से पुणे जैसी दूरी आधे घंटे में तय करना संभव हो जाएगा.
अब उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस हाइपरलूप ट्रैक पर ट्रायल रन शुरू होंगे. अगर ट्रायल सफल रहा, तो भारत में इस अत्याधुनिक तकनीक का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा सकता है.
पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बड़ा बदलाव!
अगर भारत में हाइपरलूप ट्रेन शुरू होती है, तो रेलवे और सड़क यात्रा का पूरा ढांचा ही बदल जाएगा. यह तकनीक सिर्फ तेज़ नहीं, बल्कि बेहद ऊर्जा-कुशल और पर्यावरण के अनुकूल भी होगी. हाइपरलूप भविष्य में भारतीय यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक सफर देने का सपना साकार कर सकता है.
भारत अब उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जो हाइपरलूप तकनीक को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. आने वाले वर्षों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह तकनीक भारत के यातायात व्यवस्था को कैसे बदलती है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 24, 2025, 23:33 IST