Last Updated:August 19, 2025, 09:46 IST
AI News, Job Challenge in Medical Sector: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने एजुकेशन, मेडिकल, हॉस्पिटैलिटी समेत ज्यादातर क्षेत्रों में अपनी बढ़त बनानी शुरू कर दी है. आने वाला समय सभी के लिए चैलेंजिंग हो सकता है. गूगल डी...और पढ़ें

नई दिल्ली (AI News, Job Challenge in Medical Sector). पिछले कुछ समय से सब जगह यही चर्चा हो रही है कि AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कुछ भी कर सकता है. इसके चक्कर में कई नौकरियां खतरे में आ गई हैं. इसी बीच Google DeepMind के सीईओ Demis Hassabis ने मेडिकल सेक्टर के लिए वॉर्निंग जारी की है. उनका कहना है कि आने वाले समय में एआई डॉक्टर का काम टेकओवर कर सकता है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि एआई में फिलहाल नर्स का काम करने की क्षमता नहीं है.
गूगल डीपमाइंड के सीईओ डेमिस हैसाबिस की मानें तो यह सिर्फ टेक्निकल मुद्दा नहीं है, बल्कि नर्सिंग में जो इंसानियत है, हाथ थाम कर तसल्ली देना, आत्मीयता बरतना.. वो सब एआई के बस में नहीं है. ऑटोमेशन के दौर में AI डायग्नोसिस और डेटा-बेस्ड कामों के लिए मददगार साबित हो रहा है. लेकिन एंपैथी और कनेक्शन जैसे कामों पर अब भी इंसान ही हावी हैं. टेक्नोलॉजी से जुड़े कामों में एआई की मदद लेना आम है लेकिन आत्मीयता से जुड़े रोल्स के लिए इंसानी टच चाहिए पड़ेगा.
डॉक्टर का काम कर सकता है एआई
एआई डेटा पढ़ने, स्कैन करने, रिपोर्ट लिखने, मेडिकल हिस्ट्री चेक करने जैसे कामों को तेजी और सटीकता के साथ प्रोसेस कर सकता है. गूगल डीपमाइंड सीईओ हैसाबिस के अनुसार- मशीन अब स्कैन समझ सकती हैं, टेस्ट रिजल्ट एनालाइज कर सकती हैं और ट्रीटमेंट प्लान तक बता सकती हैं. इसका मतलब है कि AI शुरुआती डायग्नोसिस या ट्रीटमेंट से जुड़ी सलाह दे सकता है. DeepMind के AlphaFold, MedPaLM जैसे AI मॉडल इन एनालिटिकल या pattern-recognition कामों में डॉक्टरों से बेहतर भी साबित हो सकते हैं.
नर्सिंग ने समझाई इंसानियत की ताकत
नर्सिंग प्रोफेशन को फिलहाल एआई और ऑटोमेशन से सिक्योर माना जा रहा है. हैसाबिस साफ कहते हैं- रोबोटिक नर्स काम करने में कुशल हो सकती है, लेकिन उसके अंदर इंसानों जैसी गर्मजोशी, आत्मीयता और दयालुता नहीं होगी. किसी का ख्याल रखने के लिए इस तरह की ह्यूमन और एंपेथेटिक स्किल्स का होना जरूरी है. नर्स सिर्फ इंजेक्शन लगाने या बुखार नापने का काम नहीं करती हैं. वो हाथ थामती है, भरोसा बढ़ाती है और आपसे बातचीत भी करती है.
साथ मिलकर काम करेंगे इंसान और एआई
एआई और डॉक्टर का तालमेल भविष्य में बढ़ता जाएगा. गूगल डीपमाइंड सीईओ हैसाबिस का कहना है कि AI डॉक्टर्स को डेटा-ड्रिवेन कामों से मुक्त कर सकता है. इससे डॉक्टर ह्यूमन सेंटर्ड मेडिकेशन पर ज्यादा ध्यान दे सकेंगे. आने वाले वक्त में नर्स की भूमिका पहले से ज्यादा अहम हो जाएगी. अगर भविष्य में एआई डॉक्टर आते हैं तो नर्स की जरूरत भी बढ़ जाएगी. मरीजों से जुड़ने, उन्हें इमोशनल सपोर्ट प्रदान करने और AI-डॉक्टर के सुझावों को लागू करने के लिए नर्स की जरूरत पड़ेगी.
Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h...और पढ़ें
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First Published :
August 19, 2025, 09:45 IST