Bashar al assad in Russia: पहले आई मौत की खबर, फिर परिवार समेत रूस में नजर आए बसर अल असद, पुतिन ने दी शरण

1 month ago

Ousted Syrian President Assad, Family In Moscow, Granted Asylum: सीरिया के राष्ट्रपति बसर अल असद (Bashar Al Assad) जिंदा हैं और पूरी तरह सुरक्षित हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक असद अपने परिवार समेत रूस पहुंच गए हैं. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने उन्हें राजनीति शरण दे दी है. रूसी समाचार एजेंसियों के हवाले से ये दावा किया जा रहा है. न्यूज़ एजेंसी एएफपी ने भी इस खबर को प्रकाशित किया है. गौरतलब है कि बीते 10 दिनों से सीरिया में विद्रोहियों ने असद की सत्ता को हिलाते हुए दो तिहाई देश पर अपना कब्जा कर लिया था. रूस के सहयोग से अबतक राज चला रहे असद की किस्मत ने इस बार धोखा जरूर दिया लेकिन उनकी और उनकी फैमिली की जान बच गई. 

सीरिया में तख्तापलट

सीरिया में तख्तारलट की साजिश कई सालों से रची जा रही थी. न्यूक्लियर पावर रूस के सपोर्ट के चलते विद्रोही असद की सरकार का बाल-बांका भी नहीं कर पा रहे थे. इस बार असद विद्रोहियों की ताकत को भांप नहीं पाए और उनके साथ खेल हो गया. बीते कुछ महीनों में दुनिया के कई देशों में इस तरह का राजनीतिक संकट देखने को मिल रहा है.

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बांग्लादेश के बाद सीरिया

बीते 24 घंटे से सीरिया में जो कुछ हो रहा है, कुछ वैसी तस्वीरें बांग्लादेश से आई थीं. तब वहां की निर्वाचित प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर एक चॉपर में भागना पड़ा था. हसीना को जिस तरह भारत ने राजनीतिक शरण दी है, वैसे ही सीरिया के राष्ट्रपति बसर अल असद को रूस में शरण मिल गई है.

असद फैमिली का अनसुना किस्सा, असद ने मजबूरी में संभाली थी सत्ता...

आज जिस सीरिया में चारों ओर जश्न-ए-आजादी का शोर है. विद्रोही जश्न मना रहे हैं. उसकी सड़कों का मंजर बदल गया है. समय के पहिए को बैक गेयर में डालकर पीछे की कहानी आपको बताएं तो करीब 25 साल पहले के उस दौर के बारे में जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. वह साल था नई सदी की शुरुआत हो चुकी थी. सन 2000 में पिता हाफ़िज़ अल-असद की मौत के बाद बशर अल असद को राजकाज संभालना पड़ा. लेकिन 25 साल बाद जब परिवार की जान पर खतरा आया तो उन्हें मजबूरी में देश छोड़कर भागना पड़ा.

असद फैमिली ने सीरिया पर करीब 50 साल तक राज किया. अब विद्रोही ताकतों का दमिश्क पर कब्ज़ा हो चुका है. इस वजह से राष्ट्रपति बशर अल-असद को भागना पड़ा और प्रभावी रूप से सीरिया पर एक खानदान के शासन का अंत हो गया. 5 दशकों से भी ज़्यादा समय से इस अलावी राजवंश ने मुख्य रूप से इस सुन्नी देश पर जो वर्चस्व बनाए रखा था, वो अब खत्म हो गया. 1970 में हाफ़िज़ अल-असद द्वारा शुरू राज का आज कोई नामलेवा नहीं बचा है. हाफ़िज़ अल-असद 13 नवंबर, 1970 को तख्तापलट करके ही सीरिया की सत्ता में आए थे. इसके बाद उन्होंने जो किया ठीक वैसा ही उनके बेटे के साथ हुआ.

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