MiG-21: बरपा IAF के ‘सिकंदर’ का कहर, खाक हुआ गवर्नर हाउस, बिलिबिला गया पाक

4 weeks ago

Last Updated:September 26, 2025, 12:10 IST

Retirement of MiG 21 of Indian Air Force: सिर्फ तीन मिनट में भारतीय वायुसेना ने MIG-21 सुपरसोनिक जेट से ढाका गवर्नर हाउस पर 192 रॉकेट्स दागे और पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया_ आइए, जानें इस लेजेंडरी फाइटर जेट के उस ऐतिहासिक कारनामे की थ्रिलिंग स्टोरी...

 बरपा IAF के ‘सिकंदर’ का कहर, खाक हुआ गवर्नर हाउस, बिलिबिला गया पाक

Retirement of MiG 21 of Indian Air Force: यह बात14 दिसंबर 1971 की है. सुबह के करीब साढ़े नौ बजे रहे होंगे. भारत-पाकिस्तान युद्ध अपने चरम पर था और पूर्वी पाकिस्तान (आज का बांग्लादेश) में हलचल तेज थी. भारतीय सेना के सिग्नल इंटेलिजेंस प्रमुख लेफ्टिनेंट कर्नल पीसी भल्ला ने एक ऐसी कॉल इंटरसेप्ट की, जिसने इतिहास के पन्नों को पलट दिया. कॉल ढाका के गवर्नर हाउस से थी, जहां पाकिस्तान के मार्शल लॉ एडमिनिस्ट्रेटर मलिक नाम का एक अधिकारी संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि जॉन केली से बात कर रहा था.

इस कॉल में एक बड़ी खबर थी कि गवर्नर हाउस में एक हाई-प्रोफाइल मीटिंग होने वाली थी. इस मीटिंग में पाकिस्तानी वायुसेना के टॉप ऑफिसर्स और बड़े-बड़े सैन्य अधिकारी शामिल होने वाले थे. ये सुनते ही भारतीय सेना की पूर्वी कमान के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल जेएफआर जैकब ने तुरंत एयर वाइस मार्शल चरणदास गुरुदास देवाशर को फोन घुमाया. बस, यहीं से शुरू हुआ एक ऐसा मिशन, जिसने 1971 के युद्ध की कहानी को हमेशा के लिए बदल दिया.

गवर्नर हाउस पर सर्जिकल स्ट्राइक का मिशन
जैकब और देवाशर की बातचीत में एक खतरनाक, लेकिन गेम-चेंजर मिशन की रूपरेखा तैयार हुई. टारगेट था ढाका का गवर्नर हाउस, जो पाकिस्तानी हुकूमत का दिल था. अगर इसे ढहा दिया जाए, तो पाकिस्तानी सेना का मनोबल टूट सकता था. मिशन को लीड करने की जिम्मेदारी दी गई विंग कमांडर भूपेंद्र कुमार बिश्नोई को. मिशन को अंजाम देने वाले जांबाजों में विंग कमांडर विनोद भाटिया, विंग कमांडर एसके कौल, फ्लाइंग ऑफिसर हरीश मसंद, फ्लाइट लेफ्टिनेंट जी बाला और हेमू सरदेसाई भी शामिल थे.

प्लान बनाया गया कि हमला गुवाहाटी के तेजपुर एयरबेस से होगा. इसके लिए चार मिग-21 सुपरसोनिक फाइटर जेट चुने गए, जिनमें हर एक में 32 रॉकेट लोड किए गए. टाइमिंग थी सबसे बड़ी चुनौती. पूरी मिशन के लिए सिर्फ 24 मिनट का टाइम था, जिसमें तेजपुर से ढाका पहुंचने में ही 21 मिनट लगने थे. यानी, हमले के लिए सिर्फ 3 मिनट ही थे. इतने कम वक्त में गवर्नर हाउस को पिनपॉइंट अटैक करना था. लेकिन भारतीय वायुसेना के इन जांबाजों ने हिम्मत नहीं हारी.

3 मिनट में खंडहर बना गवर्नर हाउस
सुबह करीब 11 बजे, चारों मिग-21 जेट तेजपुर एयरबेस से ढाका की ओर उड़ान भर चुके थे. टाइमिंग टाइट थी, लेकिन पायलट्स का हौसला बुलंद. सबसे बड़ी दिक्कत थी गवर्नर हाउस को ढूंढना. ढाका में कई इमारतें थीं और सही टारगेट को पिनपॉइंट करना आसान नहीं था. ये जिम्मा लिया विंग कमांडर विनोद भाटिया ने. उन्होंने गवर्नर हाउस को खोज निकाला. कैंपस में खड़ी गाड़ियों पर लगे झंडों और इमारत में हो रही हलचल को देखकर कंफर्म हुआ कि यही वो टारगेट है. विंग कमांडर भूपेंद्र कुमार बिश्नोई ने अपने मिग-21 को लो-फ्लाइंग मोड में गवर्नर हाउस के पास ले गए.

चारों जेट्स ने मिलकर 128 रॉकेट दाग दिए. देखते ही देखते वो शानदार इमारत, जो पाकिस्तानी हुकूमत की शान थी, मलबे के ढेर में बदल गई. दीवारें हिल गईं, खिड़कियां-दरवाजे टूट गए और चारों तरफ धुआं, आग और धूल का गुबार छा गया. गवर्नर हाउस में मौजूद लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. लेकिन मिशन अभी खत्म नहीं हुआ था. फ्लाइट लेफ्टिनेंट जी बाला और हेमू सरदेसाई ने अपने जेट्स के साथ गवर्नर हाउस के दो चक्कर और लगाए. हर बार चार-चार रॉकेट दागे गए. कुल मिलाकर 192 रॉकेट्स ने गवर्नर हाउस को पूरी तरह तबाह कर दिया. ये वो पल था, जब पाकिस्तानी सेना का मनोबल टूट गया.

MIG 21 का सफरनामा में पढ़ें: अमेरिकी F-104 पर पाक ने दिखाई अकड़, तो MiG-21 ने दिखाया असली दम, कैसे दुश्‍मन को पता चली उसकी असली औकात… भारत का सुपरसोनिक फाइटर जेट मिग-21 को NATO ने ‘फिशबेड’ का कूल नाम दिया था. मिग-21 ने कई मौकों पर पाकिस्तान के F-104 ‘विडोमेकर’ को हवा में धूल चटाई. मिग-21 के सामने F-104 बेबस हो गया और आखिरकार पाकिस्तान ने इसे रिटायर कर दिया. पढ़ें मिग-21 से जुड़ी रोचक जानकारी.

पाकिस्तान ने टेक दिए अपने घुटने
इस सर्जिकल स्ट्राइक ने पाकिस्तानी हुकूमत को हिलाकर रख दिया. हमले के तुरंत बाद पूर्वी पाकिस्तान के गवर्नर एए मलिक ने इस्तीफा दे दिया और एक बंकर में जाकर छिप गए. दो दिन बाद, 16 दिसंबर 1971 को, 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. ये युद्ध इतिहास का सबसे बड़ा सरेंडर था. ढाका के गवर्नर हाउस पर मिग-21 की इस स्ट्राइक ने न सिर्फ इमारत को तबाह किया, बल्कि पाकिस्तानी सेना के हौसले को भी चकनाचूर कर दिया. ये एक मास्टरस्ट्रोक था, जिसने 1971 के युद्ध को भारत की जीत की ओर मोड़ दिया.

Anoop Kumar MishraAssistant Editor

Anoop Kumar Mishra is associated with News18 Digital for the last 6 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to ...और पढ़ें

Anoop Kumar Mishra is associated with News18 Digital for the last 6 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to ...

और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

First Published :

September 26, 2025, 12:10 IST

homenation

MiG-21: बरपा IAF के ‘सिकंदर’ का कहर, खाक हुआ गवर्नर हाउस, बिलिबिला गया पाक

Read Full Article at Source