PM मोदी के लिए ट्रंप के शपथ का न्योता.. कौन कर रहे जयशंकर के बारे में ओछी बात?

2 days ago

S. Jaishankar America Visit: विदेश मंत्री एस. जयशंकर बीते सप्ताह 24 से 29 दिसंबर के बीच करीब छह दिनों के अमेरिका दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने वहां डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में बनने वाली नई सरकार के कई अहम व्यक्तियों से मुलाकात की. इसमें सबसे अहम मुलाकात नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से नामित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) सांसद माइकल वाल्ट्ज के साथ थी. वाल्ट्ज के साथ जयशंकर की द्विपक्षीय साझेदारी एवं मौजूदा वैश्विक मुद्दों पर व्यापक बातचीत हुई. जयशंकर इस वक्त कतर की यात्रा पर हैं.

लेकिन, जयशंकर के इस अमेरिका दौरे को लेकर सोशल मीडिया पर एक बड़ा तबका उनको ट्रोल कर रहा है. उनका दावा है कि जयशंकर इसलिए अमेरिका गए ताकि वह डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण में पीएम नरेंद्र मोदी को शामिल कराने के लिए ट्रंप से न्योता हासिल किया जा सकें. इसको लेकर एक खास तरह के सैकड़ों यूजर्स एक्स पर पोस्ट कर रहे हैं. वह तरह-तरह के मीम्स बना रहे हैं. जो लोग भी ऐसी हरकत कर रहे हैं वो घोर निंदनीय है.

वाल्ट्ज से मुलाकात
जयशंकर ने 24 से 29 दिसंबर तक अमेरिका की आधिकारिक यात्रा की. यह भारत सरकार और भावी ट्रंप प्रशासन के बीच पहली हाईलेवल पर्सनल बैठक थी. जयशंकर ने शुक्रवार को एक्स पर लिखा था कि वाल्ट्ज से मुलाकात कर बहुत खुशी हुई. उन्होंने कहा था कि हमने द्विपक्षीय साझेदारी के साथ-साथ मौजूदा वैश्विक मुद्दों पर व्यापक बातचीत की. उनके साथ काम करने के लिए उत्साहित हूं. वाल्ट्ज, जेक सुलिवन की जगह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनेंगे. वह तीन बार सांसद चुने गए हैं. वह कांग्रेस में इंडिया कॉकस के रिपब्लिकन सह-अध्यक्ष हैं. वाल्ट्ज ने 2023 के अगस्त में भारत में अमेरिकी संसदों के प्रतिनिधिमंडल का सह-नेतृत्व भी किया था और वह लाल किले में स्वतंत्रता दिवस समारोह में भी शामिल हुए थे. इससे पहले जयशंकर ने वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास और भारतीय महावाणिज्यदूतों की टीम के साथ दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लिया.

एक्स पर ओछी बात
एस. जयशंकर की छवि राजनीति के ऊपर उठकर काम करने वाले नेता की है. वैसे जयशंकर नेता हैं भी नहीं. 2019 में वह विदेश सचिव से सीधे विदेश मंत्री बन थे. भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी के तौर पर वह एक करियर डिप्लोमेट हैं. वह कांग्रेस की सरकारों में भी विदेश मामलों से जुड़े कई अहम पदों पर रहे है. लेकिन, एक्स पर पीएम मोदी पर निशाना साधने के लिए कुछ यूजर्स उनका मजाक उड़ा रहे हैं. वे जयशंकर पर आरोप लगा रहे हैं कि वह अमेरिकी अधिकारियों के पास पीएम मोदी को न्योता दिलाने के जुगाड़ में लगे हैं. ट्रंप इस महीने की 20 तारीख को राष्ट्रपति का पद संभालने वाले हैं.

कौन कर रहे ऐसी बात
एस. जयशंकर का मजाक उड़ाने वाले ये कौन लोग हैं? आखिर इनको यह भरोसा क्यों नहीं होता कि आज के भारत की दुनिया में कुछ खास हैसियत है. 140 करोड़ लोगों का यह देश आज अमेरिका के साथ सबसे बेहतर रिश्ता इंज्वाय कर रहा है. आज भारत और अमेरिका के रिश्तों में एक बराबरी का भाव है. इस बात को अमेरिका भी जानता है. हम यह नहीं कह रहे हैं कि केवल पीएम मोदी कार्यकाल में ये रिश्ते मजबूत हुए. बल्कि अमेरिका के साथ रिश्ते मजबूत करने की एक लंबी परंपरा रही है. इसमें पीएम मोदी से पूर्व की सरकारों का भी अहम योगदान रहा है.

ऐसे में ऐसी ओछी बात करने वाले लोगों को समझना चाहिए कि वह पीएम मोदी से नफरत के नाम पर भारत के मान को ठेस पहुंचा रहे हैं. एस. जयशंकर पीएम मोदी के विदेश मंत्री नहीं बल्कि भारत के विदेश मंत्री हैं. अंतरराष्ट्रीय कूटनीति की दुनिया में उनका एक अपना कद है. ऐसे में हम सभी एस. जयशंकर के प्रोफेशनलिज्म की इज्जत करनी चाहिए.

Tags: Donald Trump, S Jaishankar

FIRST PUBLISHED :

January 1, 2025, 14:52 IST

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