PM मोदी लेने वाले हैं बड़ा फैसला? कहा-मेरी रिस्‍क लेने की क्षमता अभी बाकी

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Last Updated:January 10, 2025, 21:53 IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन में आख‍िर क्‍या है? क्‍या वे कोई बड़ा फैसला लेने वाले हैं. क्‍योंक‍ि उन्‍होंने कहा कि मेरी रिस्‍क लेने की क्षमता का अभी इस्‍तेमाल होना बाकी.

PM मोदी लेने वाले हैं बड़ा फैसला? कहा-मेरी रिस्‍क लेने की क्षमता अभी बाकी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्‍या कोई बड़ा फैसला लेने वाले हैं. एक पॉडकास्‍ट में पीएम मोदी ने इसके संकेत द‍िए हैं. उन्‍होंने कहा- मैं कम्फर्ट जोन में कभी नहीं रहा. रिस्क लेने की मेरी क्षमता का पूरा इस्तेमाल होना अभी बाकी है. पीएम मोदी ने ये बात ऐसे वक्‍त में की है, जब वक्‍फ बोर्ड के ख‍िलाफ कानून बनाने की मांग हो रही है. पीओके वापस लेने की बात हो रही है. मथुरा काशी विवाद सुलझाने के अलावा पूरे देश में यूसीसी-एनआरसी लागू करने की मांग हो रही है.

पॉडकास्‍ट में जब निख‍िल कामथ ने पीएम मोदी से पूछा क‍ि क्‍या उम्र के साथ आपकी रिस्‍क लेने की क्षमता बढ़ रही है? इस पर पीएम मोदी ने कहा- मुझे लगता है क‍ि मेरी रिस्‍क लेने की क्षमता का अभी पूरा इस्‍तेमाल नहीं हुआ है. बहुत कम हुआ है. मेरी र‍िस्‍क लेने की क्षमता इससे अनेक गुना ज्‍यादा है. इसका कारण है क‍ि मुझे परवाह ही नहीं है. क्‍योंक‍ि मैंने अपने विषय में कभी सोचा ही नहीं. पीएम मोदी ने कहा, मैं कम्‍फर्ट जोन में कभी नहीं रहा. हमेशा कम्‍फर्ट जोन के बाहर ही रहा. और जब कम्‍फर्ट जोन से बाहर रहा तो मुझे पता था क‍ि मुझे क्‍या करना है, कैसे करना है. मुझे लगता है क‍ि कम्‍फर्ट जोन में जाने के ल‍िए मैं अनफ‍िट हूं.

‘रिस्क’ लेना बाक़ी है…! कुछ बड़ा करने वाले हैं मोदी ? | Desh Nahin Jhukne Denge | PM Modi Podcast pic.twitter.com/9HTZa6akx2

— News18 India (@News18India) January 10, 2025

भारत शांत‍ि के पक्ष में
पीएम मोदी ने दुन‍िया में चल रहे जंग पर भी बात की. जब उनसे पूछा गया क‍ि क्‍या दुन‍ियाभर में चल रही जंग से भारत को चिंत‍ित होना चाह‍िए और भारत का रुख क्‍या है? इस पर पीएम मोदी ने कहा-भारत तटस्‍थ नहीं है. वह शांत‍ि के पक्ष में है. प्रधानमंत्री ने कहा, दुनिया हम पर भरोसा करती है क्योंकि हम में कोई दोगलापन नहीं है. हम जो भी कहते हैं, साफ-साफ कहते हैं. हम शांति के पक्ष में हैं और इसके लिए जो भी प्रयास किए जाएंगे, हम उनका समर्थन करेंगे. मैं यह बात रूस, यूक्रेन, ईरान, फिलिस्तीन और इजरायल से कहता हूं. उन्‍हें भी लगता है क‍ि मैं जो कह रहा हूं, वही सही है.

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