Last Updated:April 26, 2025, 07:10 IST
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या ने देश के साथ ही दुनिया को भी हिलाकर रख दिया है. अब यूएन सिक्योरिटी काउंसिल ने भी इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हुए गुनहगारों को न्याय के कठ...और पढ़ें

पहलगाम आतंकी हमले से पूरी दुनिया हिली हुई है. यूएन सिक्योरिटी काउंसिल ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. वहीं, हमले में मारे गए लोगों को देश कि विभिन्न हिस्सों में श्रद्धांजलि दी जा रही है. (फोटो: पीटीआई)
हाइलाइट्स
पहलगाम आतंकी हमले की यूएन सिक्योरिटी काउंसिल ने की निंदाअब कहां और किसको मुंह दिखाएंगे प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफभारत सख्त कदम उठाने का किया है ऐलान, टेंशन में पाकिस्ताननई दिल्ली. पहलगाम में निर्दोष निहत्थे 26 पर्यटकों की बर्बर तरीके से हत्या की गूंज UN तक पहुंच चुकी है. UN सिक्योरिटी काउंसिल ने इस आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. 15 सदस्यों वाली सुरक्षा परिषद ने हमले के गुनहगारों को न्याय के कठघरे तक लाने की बात कही है. इसके बाद अब पाकिस्तान दबाव और बढ़ गया है. खासकर प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की हालत इंटरनेशनल फोरम पर और बत्तर हो गई है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने कहा कि आतंकवाद अपने सभी रूपों में अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है. यूएन सिक्योरिटी काउंसिल ने कहा,’सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए.’ बता दें कि प्रेस स्टेटमेंट यूएनएससी अध्यक्ष द्वारा सभी 15 सदस्यों की ओर से मीडिया को दिया गया एक घोषणापत्र होता है. पाकिस्तान वर्तमान में यूएनएससी में एक अस्थायी सदस्य के रूप में बैठता है.
पढ़ें पहलगाम हमले के 10 लेटेस्ट अपडेट्स -:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर असदुद्दीन औवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान ने कहा कि मैं हिंदुस्तानी मुस्लिम हूं, जरूरत पड़ी तो सरहद पर जाऊंगा. आतंकवादियों से मुकाबला करूंगा और खदेड़ दूंगा. वारिस पठान ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले की जितनी निंदा की जाए, कम है. आतंकवादियों ने धर्म के आधार पर पर्यटकों को मारा, यह गलत है. भारत के लोग एक साथ हैं, सभी निंदा कर रहे हैं. हर भारतीय इस घटना से दुखी है. हर भारतीय चाहता है कि आतंकवाद का खात्मा हो. ऑल पार्टी मीटिंग में सभी ने कहा कि सरकार जो फैसला लेगी, हम उनके साथ हैं. हम चाहते हैं कि सरकार एक्शन ले. श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा दिसानायके ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर पहलगाम आतंकवादी हमले में निर्दोष लोगों की मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त की और इस जघन्य कृत्य की निंदा की. दिसानायके ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से गहरा सदमा लगा है, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई. श्रीलंका की एकजुटता और आतंकवाद के खिलाफ हमारी साझा प्रतिबद्धता को व्यक्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की. हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. हम इस कठिन समय में भारत के साथ खड़े हैं.’ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में गत 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान को लेकर कई सख्त फैसले लिए हैं. इनमें सिंधु जल संधि निलंबित करने, पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने और पाकिस्तानी उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या घटाने जैसे अहम कदम शामिल हैं. इन फैसलों के बाद पाकिस्तान में लोगों के बीच घबराहट और असुरक्षा का माहौल देखने को मिल रहा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कई पाकिस्तानी यूजर्स भारत की ओर से संभावित जवाबी कार्रवाई की आशंका जता रहे हैं. साथ ही इस गंभीर स्थिति को लेकर तंज भरे मीम्स और चुटकुलों के माध्यम से वे अपनी सरकार पर भी निशाना साध रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि एनआईए की विशेष टीमों ने दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकवादियों द्वारा किए गए घातक हमले में जीवित बचे पर्यटकों सहित प्रत्यक्षदर्शियों से संपर्क करना शुरू कर दिया है. यूएवी और ड्रोन जैसे नवीनतम गैजेट से लैस, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों ने पहलगाम और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीर पंजाल रेंज के घने जंगलों में आतंकवादियों की तलाश के लिए अपने बड़े पैमाने पर अभियान जारी रखे हैं. 22 अप्रैल को 26 लोगों की जान लेने वाले आतंकी हमले की शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि इसमें शामिल आतंकवादियों की संख्या पांच से सात हो सकती है. अधिकारियों ने कहा कि उन्हें कम से कम दो स्थानीय आतंकवादियों ने मदद की थी, जिन्हें पाकिस्तान में प्रशिक्षण मिला था. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने सऊदी अरब के समकक्ष फैसल बिन फरहान अल सऊद से पहलगाम आतंकी हमले और इसके सीमा पार संबंधों के बारे में बात की. जयशंकर ने सोशल मीडिया पोस्ट में इस बातचीत का जिक्र किया. उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘सऊदी अरब के विदेश मंत्री @FaisalbinFarhan से टेलीकॉन्शन हुआ. पहलगाम आतंकी हमले और इसके सीमा पार संबंधों के बारे में चर्चा की.’ बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब में थे.Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
April 26, 2025, 07:10 IST