Last Updated:November 05, 2025, 21:24 IST
Supermoon: बुधवार की रात आसमान में साल का सबसे बड़ा और चमकीला ‘बीवर सुपरमून’ नजर आया. ये 2025 का दूसरा सुपरमून था, जो धरती से सबसे करीब था. इस दौरान चांद सामान्य से 14% बड़ा और 30% ज्यादा रोशन दिखा.

बुधवार की रात आसमान में साल का सबसे बड़ा और चमकीला चांद दिखाई दिया, जिसे ‘बीवर सुपरमून’ कहा गया. इसकी रोशनी और आकार सामान्य फुल मून से कहीं ज्यादा था, जिससे लोगों ने रातभर आसमान निहारते हुए इस नज़ारे का आनंद लिया.

यह 2025 का दूसरा सुपरमून था और साथ ही इस साल का सबसे नजदीकी फुल मून भी. इस समय चांद धरती से करीब 3,57,000 किलोमीटर दूर था, यानी अपने औसत फासले से लगभग 17,000 मील नजदीक.

सुपरमून तब बनता है जब चांद अपनी अंडाकार कक्षा में घूमते हुए पृथ्वी के सबसे पास आता है और उसी समय पूर्णिमा होती है. इस स्थिति में चांद लगभग 14% बड़ा और 30% ज्यादा चमकीला दिखाई देता है.

बीवर सुपरमून के दौरान चांद की चमक और आकार दोनों ही असाधारण दिखे. आसमान में उसका नज़ारा इतना मनमोहक था कि लोग छतों और बालकनियों पर आकर इस अद्भुत दृश्य को मोबाइल कैमरों में कैद करते नजर आए.

‘बीवर मून’ नाम उत्तरी अमेरिका की पुरानी परंपराओं से जुड़ा है. वहां नवंबर के महीने में बीवर नामक जानवर अपने घर और बांध सर्दियों से पहले तैयार करते हैं. इसी कारण इस फुल मून को बीवर मून कहा गया.

यह नामकरण नेटिव अमेरिकन जनजातियों और शुरुआती यूरोपीय बसने वालों ने किया था, जो हर फुल मून को मौसम या प्राकृतिक गतिविधि के आधार पर अलग-अलग नाम देते थे, ताकि साल के मौसम और घटनाओं को याद रखा जा सके.

भारत में यह सुपरमून शाम 6 बजकर 49 मिनट पर अपने चरम पर पहुंचा. मौसम साफ रहने पर दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, लखनऊ, अहमदाबाद और चंडीगढ़ जैसे शहरों में लोगों ने इसे स्पष्ट रूप से देखा.
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2 hours ago
