Last Updated:March 28, 2025, 12:14 IST
CISF Personnel Arrest Case: सीआईएसएफ की वर्दी पर बदनामी के दाग दिन-ब-दिन गहरे होते जा रहे हैं. कभी तस्करों की मदद तो कभी नर्सिंग छात्रा की किडनैपिंग की कोशिश में सीआईएसएफ के कर्मियों को गिरफ्तार किया जा चुका ह...और पढ़ें

हाइलाइट्स
कोलकाता केस से सीआईएसएफ की छवि पर लगा दाग.2025 की जनवरी और फरवरी में भी सीआईएसएफ कर्मियों पर लग चुके हैं आरोप.जघन्य मामलों में सीआईएसएफ कर्मियों की संलिप्तता आ चुकी है सामने.CISF Personnel Arrest Case: सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (सीआईएसएफ) की वर्दी पर बदनामी के दाग समय के साथ बेहद गहरे होते जा रहे हैं. बीते कुछ समय से लगातार सामने आ रहे मामलों ने सीआईएसएफ की छवि को भी प्रभावित किया है. सीआईएसएफ को ताजा और बेहद गहरा दाग कोलकाता से मिला है. ताजा मामले में सीआईएसएफ के पांच कर्मियों पर इनकम टैक्स अफसर बनकर चिनार पार्क स्थित एक कारोबारी के घर में घुसने और कैश-ज्वैलरी लूटने का आरोप लगा है.
इस मामले में कोलकाता पुलिस ने सीआईएसएफ के पांचों कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फरक्का बैराज में तैनात सीआईएसएफ इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह, आरजी कर अस्पताल में चार महीने से तैनात महिला कांस्टेबल लक्ष्मी कुमारी, कांस्टेबल बिमल थापा, हेड कांस्टेबल रामू सरोज और कांस्टेबल जनार्दन शाह के तौर पर हुई है. वहीं, सीआईएसएफ ने भी चारों को सस्पेंड कर आंतरिक जांच शुरू कर दी है.
ऐसा नहीं है कि सीआईएसएफ के जवानों पर पहली बार इस तरह के आरोप लगे हों, इससे पहले भी सीआईएसएफ के कई बल सदस्यों को अलग अलग मामलों में आरोपी बनाया गया है. इससे पहले भर्ती में मदद का भरोसा देकर रिश्वत लेने सहित तस्करों की मदद, नर्सिंग छात्रा की किडनैपिंग सहित कई आरोप लग चुके हैं. चलिए आपको बताते हैं बीते कुछ समय में सीआईएसएफ के जवानों पर कब और किस तरह के आरोप लगे हैं.
सीआईएसएफ सब-इंस्पेक्टर पर रिश्वत मांगने का आरोप
फरवरी 2025 में सीआईएसएफ के एक जवान पर फोनपे के माध्यम से ₹10,000 की रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था. सीबीआई ने मामला दर्ज किया था. आरोपी सीआईएसएफ कर्मी की पहचान अभिजीत के तौर पर हुई थी और वह सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात था. उस समय एसआई अभिजीत राजस्थान के टोंक जिले में स्थित देवली में सीआईएसएफ क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र (RTC) में तैनात था. यह शिकायत श्याम एंटरप्राइजेज नामक एक कंपनी के मालिक दीपक मेहरा ने दर्ज कराई थी.
ड्रग्स तस्करों की मदद करने का लगा आरोप
जनवरी 2025 में डीआरआई ने तूतीकोरिन से 12 किलो हशीश की तस्करी के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक सीआईएसएफ जवान भी शामिल था. जवान पर तस्करों को पुराने बंदरगाह के सिक्योरिटी गेट से घुसने में मदद करने का आरोप था. आरोपी सीआईएसएफ कांस्टेबल की पहचान 30 वर्षीय मारीमुथु तौर पर की गई थी.
छात्रा के अपहरण के प्रयास में कॉन्स्टेबल अरेस्ट
सितंबर 2024 में 18 वर्षीय नर्सिंग छात्रा से छेड़छाड़ और अपहरण का प्रयास करने के आरोप में सीआईएसएफ के जवान सहित कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था. वारदात को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के देवगढ़ तालुका के जमसांडे गांव में अंजाम दिया गया था. आरोप था कि आरोपी नशे में थे और किराए की SUV में यात्रा कर रहे थे. गिरफ्तार सीआईएसएफ कॉन्स्टेबल की गिरफ्तारी माधव केंद्रे के तौर पर हुई थी.
सोना तस्करों से सामने आई मिलीभगत
अप्रैल 2017 में चेन्नई एयरपोर्ट पर तैनात सीआईएसएफ के एक कॉन्स्टेबल को सोना तस्करों के रैकेट से मिलीभगत के आरोप में सस्पेंड किया गया था. कॉन्स्टेबल की पहचान एच. राव (45) के तौर पर हुई थी. उल्लेखनीय है कि इस मामले में सीआईएसएफ की इंटेलिजेंस एण्ड विजलेंस विंग को पता चला था कि कॉन्स्टेबल एच राव सोने की तस्करी में शामिल तस्करों के लिए कूरियर की तरह काम कर रहा था. जांच में उसके खातों से कैश बरामद किया गया था.
मेडिकल टेस्ट पास कराने के नाम पर रिश्वत
फरवरी 2015 में सेंट्रल इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (सीबीआई) ने जयपुर में तकनीकी शिक्षा विभाग के कार्यालय अधीक्षक के साथ सीआईएसएस के एक इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया था. यह गिरफ्तारी रिश्वतखोरी के एक मामले के सिलसिले में की गई थी, जिसमें सीआईएसएफ में ड्राइवर (कॉन्स्टेबल) पद के लिए मेडिकल टेस्ट पास करने के एवज में ₹3 लाख की रिश्वत मांगी गई थी. वहीं, शिकायकर्ता ने पहली किस्त के तौर पर ₹50 का भुगतान कर दिया था.
First Published :
March 28, 2025, 12:14 IST